घंटों भटकते रहे परिजन, नहीं मिले बाल रोग विशेषज्ञ
संवाद सूत्र, ककोर (औरैया) : जिला अस्पताल व सौ शैया अस्पताल में लंबे समय से बाल रोग विशेषज्ञ न हो
संवाद सूत्र, ककोर (औरैया) : जिला अस्पताल व सौ शैया अस्पताल में लंबे समय से बाल रोग विशेषज्ञ न होने से जिले भर से आए बीमार बच्चों के परिजनों को निराश होना पड़ रहा है। मायूस होकर पीड़ित निजी चिकित्सकों के यहां जाते हैं एवं मनमानी चिकित्सीय खर्च झेलना पड़ता है। ऐसा ही मामला दिबियापुर सीएचसी में देखने को मिला। प्रसव के बाद नवजात शिशु की हालत बिगड़ गई तो घर वाले उसे सौ शैया अस्पताल ले गए। हर जगह जवाब मिला कि बच्चों के डाक्टर नहीं हैं। जिस पर घर की महिलाएं गुस्से में आकर कहने लगी कि काहे का बड़ा अस्पताल जब डाक्टर ही नहीं हैं। ताला लगाकर घर जाओ।
दिबियापुर थाना क्षेत्र के गांव झपटियापुर निवासी लाल ¨सह की पत्नी नीरज को घर वालों ने प्रसव के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दिबियापुर में भर्ती कराया। सोमवार को नीरज ने बच्चे को जन्म दिया। कुछ ही समय बाद शिशु की हालत बिगड़ने लगी तो वहां मौजूद स्टाफ ने आनन-फानन उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। घर वालों ने जब सौ शैया अस्पताल में भर्ती कराना चाहा तो वहां बच्चों के डाक्टर न होने की बात कहकर जिला अस्पताल औरैया भेज दिया गया। रोती बिलखती महिलाएं जिला अस्पताल पहुंची। लेकिन यहां भी उन्हें वही जवाब मिला और बच्चे को सैफई रेफर कर दिया गया। बस फिर क्या था अस्पताल आई सभी महिलाएं आक्रोशित हो गईं। बाहर निकलकर कह बैठीं कि काहे का बड़ा अस्पताल जब कहीं पर बच्चों का डाक्टर ही नहीं है। लेकिन उनकी आवाज सुनने वाला कोई नहीं था। अंत में रोती बिलखती महिलाएं बच्चे को लेकर सैफई चली गईं।