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पुलिस को पीटने का मुकदमा दर्ज न होने से अराजकतत्वों का बढ़ा हौसला

संवादसूत्र, अजीतमल (औरैया) : क्षेत्र में चार दिन पहले नशेबाजों द्वारा दो पुलिसकर्मियों को पीटने

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Jul 2018 06:47 PM (IST)Updated: Fri, 13 Jul 2018 06:47 PM (IST)
पुलिस को पीटने का मुकदमा दर्ज न 
होने से अराजकतत्वों का बढ़ा हौसला
पुलिस को पीटने का मुकदमा दर्ज न होने से अराजकतत्वों का बढ़ा हौसला

संवादसूत्र, अजीतमल (औरैया) :

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क्षेत्र में चार दिन पहले नशेबाजों द्वारा दो पुलिसकर्मियों को पीटने के मामले में एसपी तक के आदेश मात्र किताबी साबित हुए। गिरफ्तारी तो दूर अभी तक मुकदमा तक दर्ज नहीं हुआ है। इससे आएदिन नशेबाजों के उत्पात से तंग जनता को भी निराशा हाथ लगी है।

घटना के बाद दबंगों और नशेबाजों पर कार्रवाई के लिए पुलिस जो तेजी दिखाई थी उससे लोगों को इस समस्या से निजात मिलने की आस जगी थी। इसका आलम यह है कि अब नशेबाज और अराजक तत्व पहले ज्यादा हुड़दंग मचा रहे हैं।

लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाली पुलिस ने आखिर में दबंगों के सामने घुटने टेक ही दिए। बीते सोमवार की देर रात बाबरपुर मुख्य तिराहे पर शराब के नशे में तांडव कर रहे उपद्रवियों को कोतवाली अजीतमल के एक दारोगा ने समझाने का प्रयास किया था। उपद्रवियों ने दारोगा पर हमला बोलते हुए, वर्दी का बैज और नेमप्लेट नोंच ली थी। बचाने आये दूसरे दारोगा को भी पत्थर लेकर खदेड़ दिया था। जब तक अन्य पुलिस बल मौके पर पहुंचा तब तक आरोपी वहां से भाग चुके थे। पुलिस ने रात भर आरोपियों को पकड़ने के लिये दबिश दी थी। लोगों को पुलिस को ही दबंगों से पिटता देख अपनी सुरक्षा के प्रति ¨चता सताने लगी थीं। पुलिस कप्तान नागेश्वर ¨सह ने पुलिस की पिटाई में संलिप्त आरोपियों को चिन्हित कर शीघ्र ही गिरफ्तार करने तथा दारोगा की तहरीर पर मामला दर्ज किए जाने की बात बताई थी। लेकिन मामले में पुलिस उस दिन तो कुछ शराबियों को थाने में ले जाकर बैठाया था लेकिन देर रात उनको छोड़ने के बाद इस घटना का भूलती दिख रही है। उसके बाद अभी तक न तो कहीं दबिश हुई है न ही चौराहे पर नशेबाजों और अराजकतत्वों पर कोई लगाम कसी जा रही है। यहां तक इस मामले में अभी तक मुकदमा भी दर्ज नहीं हुआ है। पुलिस का कहना है कि एसआइ ने अभी तक तहरीर नहीं दी है। मामला यह है कि एसआइ उसी थाने का कार्रवाई उसी थाने को करना है तो फिर मामले को क्यों अटकाया जा रहा है।

कोतवाली निरीक्षक बलिराज शाही का कहना है कि एसआइ द्वारा कोई तहरीर नही दी गई है। इसके चलते मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। एसआइ ने तहरीर क्यों नहीं दी इसको लेकर उनके पास कोई जवाब नहीं है।


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