ट्रेनों को कोरोना का लाल सिग्नल
संवादसूत्र दिबियापुर पिछले वर्ष हुई लाकडाउन ने ट्रेनों की चाल पर ब्रेक लगा दिया था। अभी कुछ
संवादसूत्र, दिबियापुर: पिछले वर्ष हुई लाकडाउन ने ट्रेनों की चाल पर ब्रेक लगा दिया था। अभी कुछ दिन पहले ही अधिकांश ट्रेन चलने लगी थीं। लेकिन, कोरोना की दूसरी जहर ने ट्रेनों को फिर बेपटरी कर दिया है। दूसरी लहर पहले से भी ज्यादा खतरनाक दिख रही है। इसको देखते हुए रेलवे प्रशासन ने ट्रेनों को न चलाने का निर्णय फिर ले लिया है। दिल्ली में छह दिन का लॉकडाउन हो चुका है तो उत्तर प्रदेश में सप्ताह में दो दिन अर्थात शनिवार व रविवार को पूर्ण लाकडाउन लगाया गया है। ऐसे में बाहर से अपने घर लौटने वाले प्रवासियों की संख्या बढ़ी है। इन हालातों में एक बार फिर रेलवे स्टेशनों की तस्वीर बदल गई है।
फफूंद, कंचौसी व अछल्दा रेलवे स्टेशन पर बीते सप्ताह यात्रियों की बढी चहल पहल बढ़ी थी। कोविड-19 संक्रमण बढ़ने के बाद फिर से प्लेटफार्म पर होने वाली रौनक खत्म हो गई। टिकट बिक्री काउंटर पर सन्नाटा। रोजाना यात्रा टिकट कैंसिल हो रहे। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि कोविड-19 की दूसरी लहर आने के बाद दिल्ली में लगे लॉकडाउन के चलते फफूंद रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की संख्या में गिरावट आई है। यात्री अब दिल्ली की ओर जाने वाली ट्रेनों से यात्रा करने से बच रहे है। इसका असर राजस्व पर पड़ा है। दैनिक यात्रियों का कहना है कि पैसेंजर ट्रेन रेलवे ने कुछ दिन चलाकर बंद कर दी। प्लेटफार्म टिकट के काउंटर पहले ही बंद हो चुके थे। एक बार फिर जनता कर्फ्यू व 'अभिशप्त वर्ष 2020' की स्मृति ताजा हो गई है।