इशारों-इशारों में बालक ने बताया घर का पता
जागरण संवाददाता, औरैया : शहर के जालौन चौराहे के पास 19 सितंबर को एक सात वर्षीय मूकबधिर
जागरण संवाददाता, औरैया : शहर के जालौन चौराहे के पास 19 सितंबर को एक सात वर्षीय मूकबधिर बालक रोता हुआ देखा गया था। जिसे एक टेंपो चालक ने पुलिस के सुपुर्द कर दिया था। पुलिस ने सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से बालक को उसके परिजनों से मिलाने का प्रयास किया लेकिन कोई जानकारी हासिल नहीं हो सकी। गुरुवार को पुलिस बच्चे को बाल गृह छोड़ने जा रही थी। कानपुर पहुंचने पर बच्चे ने नौबस्ता चौराहे के पास अपना घर होने का इशारा किया। जिस पर पुलिस ने बालक की ओर से बताए जा रहे रास्ते पर गए तो वह अपने घर पहुंच गया। पुलिस ने बिछड़े बालक को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
19 सितंबर को आटो चालक मुस्तकीम पुत्र अवतार खान निवासी ग्राम चौथ जिला जालौन ने शहर के जालौन चौराहे पर एक बच्चे को रोते देखा था। आपरेशन मुस्कान के तहत एसपी के कुशल निर्देशन में कोतवाली निरीक्षक विनोद कुमार शुक्ला ने उपनिरीक्षक अवनीश कुमार को बच्चे को उसके परिजनों को सुपुर्द किए जाने की जिम्मेदारी सौंपी। पुलिस ने बच्चे को उसके माता-पिता से मिलाए जाने के लिए सोशल मीडिया के अलावा अन्य प्रयास किए लेकिन उसके परिजनों का कोई पता नहीं चल सका। पुलिस ने बैंक आफ बड़ौदा से बायोमैट्रिक से पहचान कराने का प्रयास किया लेकिन कोई सफलता हासिल नहीं हुई। बाद में बच्चे का परीक्षण कराकर जिला प्रोबेशन अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत कर सुभाष चिल्ड्रेन सोसाइटी कानपुर में संवासित कराने का आदेश कराया। 20 सितंबर को पुलिस बालक को बाल गृह छोड़ने के लिए कानपुर ले जा रही थी। नौबस्ता चौराहे पर गाड़ी पहुंचने पर बच्चे ने हाथों से इशारा करते हुए अपने घर की तरफ चलने का इशारा किया। इन संकेतों को समझते हुए पुलिस बालक के घर पहुंची। बच्चे को उसके पिता सुरेश पुत्र शिवलाल निवासी गोवर्धन पुर्वा कानपुर नगर को सुपुर्द कर दिया गया है।