आवास के लिए चक्कर काट रहे चिरूहुली वासी
जागरण संवाददाता औरैया कहने को चिरूहुली ग्राम पंचायत काफी बड़ी है लेकिन यहां पर समस्
जागरण संवाददाता, औरैया : कहने को चिरूहुली ग्राम पंचायत काफी बड़ी है, लेकिन यहां पर समस्याओं का अंबार है। पात्रों को इज्जतघर नहीं मिले तो कई खाली प्लाटों में इज्जतघर बना दिए गए। यहां पर सड़कें टूटी हैं।
जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण अधिकतर गलियों में जलभराव है। कई पात्रों को सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ नहीं मिला है। जहां एक ओर सदर विकास खंड की ग्राम पंचायत जौरा की ग्राम प्रधान सियादुलारी को स्वच्छता मिशन के तहत राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है। उन्होंने राष्ट्रीय पुरस्कार पाकर जनपद को गर्व का एहसास कराया है। वहीं दूसरी ओर चिरूहुली ग्राम पंचायत स्वच्छता के मामले में जनपद में बदनुमा दाग बन गया है। खास बात यह है कि ये गांव हाईवे से सटा हुआ है और वहां पर 2200 के करीब वोटर हैं। लेकिन यहां की हकीकत देखी जाए तो विकास के नाम पर कोसों दूर है। ग्रामीणों के जख्म
गांव के एहसान का कहना है कि उनका कच्चा मकान जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है। प्रधान से लेकर अधिकारियों तक आवास दिलाने की कई बार मांग की। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जिस कारण वह जर्जर मकान में ही रहने को मजबूर हैं। गांव के प्रद्युम्म का कहना है कि भले ही सदर विकासखंड में ये गांव बड़ी ग्राम पंचायत हो, लेकिन यहां के लोग मूलभूत सुविधाओं से अछूते नजर आ रहे हैं। जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण अधिकतर गलियों में पानी भरा हुआ है। गांव के प्रहलाद का कहना है कि गांव में अपात्रों को योजनाओं का लाभ दिया गया है। जो हकीकत में पात्र हैं वह अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। क्या कहते हैं जिम्मेदार
अगर ग्राम पंचायत की स्थिति खराब है तो वहां पर विकास कार्य कराने के लिए जिम्मेदारों को निर्देश दिए जाएंगे। अपात्रों को इज्जतघर, आवास व अन्य योजनाओं का लाभ दिया गया है तो जांच कराई जाएगी।
राजेश चौरसिया, डीपीआरओ