आक्सीजन बेड में तब्दील होने लगा चिचौली कोविड एल-2 अस्पताल
जागरण संवाददाता औरैया कोविड की पहली व दूसरी लहर लहर के बाद तीसरी चुनौती को लेकर
जागरण संवाददाता, औरैया: कोविड की पहली व दूसरी लहर लहर के बाद तीसरी चुनौती को लेकर प्रशासन ने कमर कसनी शुरू की है। 'हर बेड आक्सीजन' के तहत चिचौली स्थित कोविड एल-2 अस्पताल में पहले चरण में 50 आक्सीजन बेड तैयार किए जा रहे हैं। गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) इस बेड को तैयार कर रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार 50 बेड का एक और आक्सीजन बेड दिबियापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैयार किया जाना है।
जिले में कोविड की दूसरी लहर से जूझ रहे मरीजों की जिदगी बचाने की कवायद चिचौली स्थित कोविड एल-2 अस्पताल में की जा रही है। कोरोना महामारी से बचाव के लिए काफी प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार की पूरी मशीनरी इसके लिए गंभीरता से लगी हुई है।
शासन-प्रशासन के अलर्ट रहने से संक्रमण के केसों में कुछ गिरावट आई है। खासकर संक्रमण से हो रही मौतों को लेकर। कोविड की दूसरी लहर को शांत किए जाने की कसरत में तीसरे फेज को फेस करने के लिए आक्सीजन पर सबसे ज्यादा जोर दिया जा रहा है। डीएम सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि आक्सीजन की कमी व संसाधनों के अभाव से किसी मरीज की मौत न हो, इसका ध्यान रखते हुए तीसरी लहर की तैयारी की जा रही है। मरीजों के लिए
बेड कम न पड़े, उन्हें बेड पर ही आक्सीजन मिलने के साथ उपचार संबंधी सभी जरूरी सुविधाएं मिले, इसके लिए जिले में चिचौली स्थित कोविड एल-2 अस्पताल में 50 बेड तैयार किए जा रहे हैं। इस दिशा में कार्य तेजी पर है। अस्पताल परिसर में गेल आक्सीजन जनरेटर प्लांट स्थापित कर रहा है।