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सड़क सुरक्षा माह में भी नहीं सुधर रहे इंतजाम

जागरण संवाददाता औरैया सड़क सुरक्षा माह की शुरूआत हो गई लेकिन इंतजाम अभी भी अधूरे

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Jan 2021 11:15 PM (IST)Updated: Sat, 23 Jan 2021 11:15 PM (IST)
सड़क सुरक्षा माह में भी नहीं सुधर रहे इंतजाम
सड़क सुरक्षा माह में भी नहीं सुधर रहे इंतजाम

जागरण संवाददाता, औरैया : सड़क सुरक्षा माह की शुरूआत हो गई, लेकिन इंतजाम अभी भी अधूरे हैं। न तो संकेतांक हैं और न ही कहीं पर रिफलेक्टर। जिसका जहां से मन हुआ वह उधर ही अपना वाहन मोड़ देता है। यही कारण है कि हादसों में आए दिन बढ़ोत्तरी हो रही है। प्रशासन की ओर से कोई सुधार भी नहीं किए जा रहे हैं। मात्र जागरुकता अभियान व प्रचार-प्रसार करके इतिश्री की जा रही है। जनपद में सड़क सुरक्षा के खराब इंतजाम से लोगों की जान सांसत में आ गई है। खराब सड़कों की वजह से प्रतिवर्ष कई जिंदगी काल के गाल में समा रही हैं।

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ट्रैफिक पुलिस ने जिले भर में पांच ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए हैं। जिसमें औरैया हाईवे के भाऊपुर, मंडी गेट, अजीतमल का फूटे कुंआ, बिधूना की छहरी पुलिया व अछल्दा का नहर पुल शामिल है। इसके अलावा शहर के फफूंद तिराहा, इंडियन ऑयल तिराहा, दिबियापुर तिराहा पर भी अधिक हादसे होते हैं। जहां अधिकतर जगहों पर सांकेतिक चिन्ह व रिफ्लेक्टर नहीं लगाए गए हैं। सड़क हादसों को रोकने के लिए रोड ब्लींकर, रिफ्लेक्टर, रोड साइन, रोड मार्किंग, रोड डिवाइडर की व्यवस्था होनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है। इनमें अधिकतर दुर्घटना ट्रकों व ट्रैक्टर की वजह से होती है। बावजूद जिले में जागरुकता अभियान के भरोसे ही काम किया जा रहा है। सड़क सुरक्षा समिति सिर्फ कोरम बनकर रह गई है। बैठक सिर्फ कागजों पर या सिर्फ नाममात्र की होती है। जिले में होने वाली दुर्घटनाओं के लिए टूटी-फूटी सड़कें भी जिम्मेदार है। सड़कों को बेहतर बनाने के दावों के बीच तमाम स्थानों पर हाईवे पर भी तोड़-फोड़ कर छोड़ दिया गया है, जिससे असंतुलित होकर वाहन चालक काल के गाल में समा रहे हैं। अप्रशिक्षित चालक भी कर रहे दुर्घटनाएं

जनपद में दुर्घटनाओं की संख्या अधिक होने का एक कारण यह भी है कि यहां अप्रशिक्षित दो पहिया व चार पहिया चालक है। बिना प्रशिक्षण के वह वाहनों को लेकर सड़कों पर निकल जाते हैं। हालांकि यह लाइसेंस तो हासिल कर लेते है लेकिन इनको सड़क पर चलते समय बरती जाने वाली सावधानी के बारे में नहीं पता होता। प्रशिक्षण के लिए एआरटीओ की तरफ से कोई शिविर भी नहीं लगाया जाता है। यातायात माह व सड़क सुरक्षा माह के दौरान थानावार स्कूलों में छात्रों की रैलियां निकलवाई जाती हैं। बैरीकेडिंग भी नहीं आती नजर

भले ही सड़क सुरक्षा माह चल रहा है, लेकिन अपनी मनमानी करने पर उतारू हैं। शहर के औरैया-दिबियापुर मार्ग पर लगातार डिवाइडर बना दिए गए हैं, जिससे वाहन चालक असुंतुलित होकर हादसे का शिकार हो जाता है। इसके अलावा फफूंद तिराहे के पास सबसे अधिक हादसे होते हैं। कारण यहां पर न तो कोई संकेतांक हैं और न ही डिवाइडर व रिफलेक्टर लगे हैं। जिस कारण वाहन आपस में टकरा जाते हैं। वर्जन -

यातायात व्यवस्था को दुरूस्त कराए जाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। शासन को पत्र लिखकर अवगत कराया जा चुका है। जल्द ही यातायात व्यवस्था ठीक कराई जाएगी।

- सुरेंद्रनाथ यादव, सीओ सिटी


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