रोशनी का 'सौभाग्य' नहीं पा सके 25 हजार घर
जागरण संवाददाता, औरैया : घरों में उजाला करने का ठेका लेने वाली कंपनियों की लापरवाही से हजा
जागरण संवाददाता, औरैया : घरों में उजाला करने का ठेका लेने वाली कंपनियों की लापरवाही से हजारों परिवार अंधेरे में ही गुजर बसर करेंगे। दरअसल, सौभाग्य योजना के तहत नागार्जुन कंस्ट्रक्शन और एलएंडटी कंपनी लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 61 फीसद ही कनेक्शन बांट सकी है। जबकि योजना खत्म होने में केवल एक दिन ही बचा है।
गांवों में गरीबों के घर विद्युत से रोशन करने के लिए सरकार ने सौभाग्य विद्युत योजना दी थी। योजना में निश्शुल्क कनेक्शन दिया जाना था। जिम्मेदारी विद्युत निगम की थी। जनपद में 30 नवंबर तक 91,001 घरों में कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है।
कनेक्शन देने का कार्य नागार्जुन कन्स्ट्रक्शन (एनसीसी) को सौंपा गया था, हालांकि कंपनी जून तक केवल 32,000 घरों में सौभाग्य कनेक्शन दे पाई। जिसके चलते जुलाई 2018 में इसी कार्य में लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) कंपनी को भी शामिल किया गया। इसके बाद दोनों कंपनियों ने 29 नवंबर 2018 तक कुल 65,825 घरों में विद्युत कनेक्शन पहुंचाए। अब सिर्फ एक दिन ही शेष है और करीब 25 हजार कनेक्शन होने बाकी हैं। महज एक दिन में इतने बड़े लक्ष्य को हासिल करना नामुमकिन जैसा है। एक नजर में कनेक्शन
- जून 2018 तक 328 मजरों में 32 हजार कनेक्शन
- जुलाई 2018 से 1604 मजरों में 33825 कनेक्शन
विभाग के पा¨सग मार्क्स भी नहीं जानकारों के मुताबिक योजना का कार्य करने में विभाग यदि लक्ष्य का 80 फीसद काम निर्धारित समय में पूरा कर देता तो उसे पास माना जाता। लेकिन वह पा¨सग स्टेज से भी अभी काफी दूर है। ऐसे में विभाग की कार्यशैली ्रफेल मानी जा रही है।
''समय के अनुसार काम करने के प्रयास किए गए और किए जा रहे हैं। अंतिम दिन अधिक से अधिक कनेक्शन देने का भरपूर प्रयास किया जाएगा। ''
- विजय अग्रवाल, अधिशासी अभियंता, विद्युत विभाग