महिला थाने को शहर में बनाए जाने की उठी मांग
जागरण संवाददाता, औरैया : महिला थाने वही महिला जाएगी जो परेशान होगी। ऐसी में उसे और परेशानी तब उठानी
जागरण संवाददाता, औरैया : महिला थाने वही महिला जाएगी जो परेशान होगी। ऐसी में उसे और परेशानी तब उठानी पड़ेगी जब अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए वह शहर से 12 किमी दूर ककोर जाएगी। जबकि महिलाओं की सुरक्षा की दृष्टि से इसे शहर में ही बनाया जाना चाहिए था। यह मांग शहर में उठने लगी है।
महिला थाना अभी किराए के भवन में ब्लाक कार्यालय से संचालित हो रहा है। लेकिन इसका निर्माण शहर से 12 किमी दूर ककोर स्थित एआरटीओ कार्यालय के सामने कराया जा रहा है। इसके निर्माण के लिए शासन द्वारा 2 करोड़ 63 लाख रुपए की धनराशि मंजूर की गई है। निर्माण कार्य कराने के लिए एक करोड़ 31 लाख 92 हजार रुपये की पहली किश्त भी जारी कर दी गई है। शहर के व्यवसाई उमा शंकर चौबे इसके लिए लखनऊ तक भाग दौड़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महिला थाना शहर के बीचों बीच बनना चाहिये, जिससे महिलाओं को यहां तक जाने में परेशानी न उठानी पड़े। उन्होंने कहा कि 12 किमी दूर तक जाने में महिलाओं को खासी परेशानी होगी और महिला पुलिस कर्मियों को भी वहां से यहां आने में समय लगेगा। महिला थाने को शहर में बनवाये जाने के लिए वह और उनका संगठन पूरा प्रयास करेगा। अखिल भारतीय व्यापार मंडल मिश्रा गुट के नगर अध्यक्ष बबलू बाजपेई ने महिला थाने को इतनी दूर बनवाए जाने का विरोध किया। उन्होंने भी महिला थाने को शहर में बनवाए जाने की मांग डीएम के बालाजी व एसपी रामकिशोर से की है। आल इंडिया उद्योग व्यापार मंडल के विजयकांत पुरवार ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला थाना शहर में ही रहना चाहिये। जहां महिला थाना बनाया जा रहा है वहां पर सूनसान क्षेत्र हैं। रात के समय वहां जाने के लिए कोई महिला क्या पुरुष भी तैयार नहीं होगा। इसी संगठन के जिलाध्यक्ष बृजेंद्र गुप्ता, अनुराग अग्रवाल, आनंद नाथ गुप्ता, अशोक गुप्ता, विनय पुरवार आदि ने अधिकारियों से इस संबंध में विचार करने और महिला थाने को शहर में बनवाये जाने की मांग की है।