हैंडपंप ठूंठ, पेयजल संकट से जूझेंगे लोग
संवाद सूत्र, बेला : गर्मी की आहट शुरू होते ही कस्बा के लोगों को पेयजल की ¨चता सताने लगी है। पानी की
संवाद सूत्र, बेला : गर्मी की आहट शुरू होते ही कस्बा के लोगों को पेयजल की ¨चता सताने लगी है। पानी की टंकी शोपीस बनी खड़ी है। दूसरी ओर कस्बे में मुख्य चौराहे पर एक भी हैंडपंप नहीं है। इसके चलते लोगों को पानी के दिक्कत उठानी पड़ती। गर्मी बढ़ने के साथ समस्या और बढ़ जाती है। लोगों ने कई बार कस्बा में हैंडपंप लगवाने की मांग कर चुके हैं। लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी। इससे लोग दुखी हैं।
लगभग फरवरी आधी बीतने को है। मौसम बदलने लगा है। इससे लोगों की ¨चता भी बढ़ने लगी है। बेला कस्बा में सिर्फ एक हैंडपंप है। बाकी ठूठ बने खड़े हैं। उन्हें सही कराने को कई बार लोगों ने प्रयास किया। लेकिन सफलता नहीं मिली। इससे वह हैंडपंप अभी तक पानी नहीं दे रहे हैं। दिबियापुर रोड पर एक मात्र हैंडपंप लगा है। वह आठ वर्ष से खराब पड़ा है। कुछ माह पूर्व उसे रिबोर कराने के लिए चिह्नित किया गया था। लेकिन इस रिबोर नहीं कराया गया न ही कस्बा में कोई नया हैंडपंप लगाया गया है। इससे लोग परेशान हैं। कस्बा निवासी विनोद पाल, र¨वद्र यादव, राम बाबू मिश्र, आशाराम दुबे ने बताया कि अधिकारियों व जनप्रतिधियों से कई बार हैंडपंप सही कराने की मांग की गई। लेकिन किसी ने नहीं सुनी। इसका खामियाजा लोगों को गर्मी में भुगतना पड़ेगा। इसके अलावा लोगों के पेयजल सप्लाई के लिए कस्बा में पानी की टंकी बनाई गई थी। लेकिन वह कुछ दिन बाद ही लीक होने लगी थी। इससे वह बंद कर दी गई थी। उसके बाद उसे भी ठीक नहीं कराया गया। इससे लोगों को गर्मियों में पेयजल संकट से जूझना ही पड़ेगा।