आवारा जानवर प्रति वर्ष करते लाखों का अनाज चट
औरैया, जागरण संवाददाता : जनपद की सर्वाधिक आय देने वाली मंडी समिति में जहां एक ओर अव्यवस्थाओं का बोलब
औरैया, जागरण संवाददाता : जनपद की सर्वाधिक आय देने वाली मंडी समिति में जहां एक ओर अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। वहीं आवारा जानवरों के स्वछंद विचरण से लोगों को परेशानी तो है ही वहीं प्रति वर्ष लाखों रुपये का अनाज चट कर जाती हैं। लेकिन शिकायतों के बावजूद इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
शहर में स्थित मंडी समिति की स्थिति यह है कि सैकड़ों की संख्या में आवारा गाय विचरण करती रहती हैं। जरा सी चूक होने पर व्यापारी व किसानों का अनाज में मुंह मारने से नहीं चूकती हैं। कई बार तो रात के समय चबूतरे पर पड़े अनाज की रखवाली करने के लिए किसानों व व्यापारियों को खुद ही सोना पड़ता है, फिर भी रात में मौका लगते ही अनाज चट कर जाती है। स्थिति यह है कि मंडी के तीनों गेटों पर आवारा जानवरों के अंदर प्रवेश न होने देने के लिए कैटिल कैचर लगाए गए थे, लेकिन साफ -सफाई न होने के कारण कैटिल कैचरों में मिंट्टी भर जाने से बेकार हो गए हैं। वहीं पिछले तीन -चार माह से मंडी का गेट भी टूटा हुआ है ऐसे में बाहर से अंदर जाने वाले जानवरों को रोकना तो मुश्किल हो गया है जिसका कारण है कि दिन प्रतिदिन आवारा गायों की संख्या में इजाफा होता रहता है। व्यापारियों का कहना है कि आवारा जानवर हर व्यापारी का पूरे वर्ष में हजारों रुपये का नुकसान करते हैं कई बार तो गोदाम में लगे बोरों पर भी अपना मुंह मार देते हैं और पूरे बोरे का अनाज चट कर जाते हैं। इस संबंध में कई बार मंडी सचिव से शिकायत भी की जा चुकी है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है।
इस संबंध में मंडी सचिव देवप्रकाश पोरवाल का कहना है कि कैटिल कैचर व जानवरों को पकड़वाने आदि के प्रस्ताव शासन को भेजे गए हैं। शीघ्र ही मंडी व्यापारियों को इससे राहत मिलेगी।