मुफलिसी से परेशान युवक फांसी पर झूला
मुफलिसी से परेशान किसान ने पडोसी गांव के एक आम के बाग में फांसी लगाकर खुदकशी कर ली। सुबह में जंगल गए लोगों ने बाग में किसान का शव लटका देखा तो परिजनों को सूचना दी। मामला थाना सैदनगली के दमगढ़ी गांव का है। गांव निवासी किसान रामलीमल 35 वर्ष के पास तीन चार बीघा भूमि है। उसमें खेती करने के साथ ही वह मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार को दो जून की रोटी का प्रबंध करता था। परिवार में पत्नी प्रेमवती के अलावा उसके एक बेटा व एक बेटी थे।
उझारी : मुफलिसी से परेशान किसान ने पडोसी गांव के एक आम के बाग में फांसी लगाकर खुदकशी कर ली। सुबह जंगल गए लोगों ने बाग में किसान का शव लटका देखा तो परिजनों को सूचना दी। मामला थाना सैदनगली के दमगढ़ी गांव का है।
गांव निवासी किसान रामलीमल (35) के पास चार बीघा भूमि है। उसमें खेती करने के साथ ही वह मेहनत मजदूरी कर परिवार को दो जून की रोटी का प्रबंध करता था। परिवार में पत्नी प्रेमवती के अलावा उसके एक बेटा व एक बेटी थी। बेटी की दस माह पूर्व बीमारी से मौत हो गई। किसान के ऊपर बैंक का 40 हजार का ऋण भी था। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वह डिप्रेशन में रहता था। इसके चलते वह शराब पीने का भी आदी हो गया।
मंगलवार की रात किसी समय वह पड़ोसी गांव बिजनौरा निवासी धर्मवीर ¨सह के बाग में पहुंचा। फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। सुबह को किसान के आत्महत्या करने का पता चलते ही परिवार में कोहराम मच गया। सूचना पाकर डायल सौ पुलिस के साथ ही थाना पुलिस भी पहुंची। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। थाना प्रभारी किरनपाल ¨सह का कहना है शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम को भेज दिया गया है। पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। धान की फसल गिरने का सदमा
उझारी : मृतक किसान रामजीमल की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। दस माह पहले उसकी बेटी की बीमारी के चलते मौत हो गई। बेटी का इलाज कराने तथा दूसरे खर्चों को पूरा करने में वह बैंक का कर्जदार भी हो गया था। टेंशन में शराब पीने की आदत बढ़ती चली गई। शराब पीने के चक्कर में परिवार में भी कलह रहने लगी। उधर उसने अपनी भूमि में धान की फसल लगाई थी। पिछले दिनों वर्षा में फसल गिरने का भी उसे सदमा पहुंचा था।