औद्योगिक नगरी में अवैध मीटर के 34 मामले पकड़े
शुक्रवार को संदेह के आधार पर जब्त किए 1
गजरौला : औद्योगिक नगरी में अवैध बिजली मीटर लगाने 34 मामले अब तक प्रकाश में आ चुके हैं। शुक्रवार को मीटर विभाग ने शिकायत पर 18 मीटर जब्त किए। जांच में दस मीटर अवैध पाए गए जबकि आठ उनकी लैब से प्रमाणित थे। अवैध मीटरों को सील करते हुए विभागीय अफसर यह अवैध मीटर भी आरोपित पंकज, गौरव व सोनू की निशानदेही पर बरामद होना बता रहे हैं।
नगर क्षेत्र में अवैध मीटर के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। विभागीय जांच में शुक्रवार तक 34 मामले सामने आ चुके हैं। मीटर अभियंता राजकुमार मौर्य ने बताया गठित टीम में जेएमटी (जूनियर मीटर टेस्ट) द्वारा जांच के दौरान संदेह होने पर 18 मीटर घर एवं प्रतिष्ठानों से पुराने मीटर उतारे गए। जिनकी प्रयोगशाला में जांच की गई। इनमें आठ वैध और दस मीटर अवैध पाए गए। यह मीटर भी आरोपित पंकज, गौरव व सोनू द्वारा लगाए जाने की पुष्टि हुई है। अवैध मीटरों को सील कर साक्ष्य के तौर पर एकत्र किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि आरोपितों में सोनू नामक लैब का संविदा कर्मचारी है, जो अवैध मीटर लगाने का मामला पकड़ में आने के बाद एवं मुकदमा दर्ज होने पर फरार चल रहा है।
जेई ने बताया कि आरोपितों के कारनामों की जांच में अब तक 34 मामले सामने आ चुके हैं। अभी जांच जारी है। जब्ती की कार्रवाई एवं इस मामले में संलिप्त उपभोक्ताओं के खिलाफ शीघ्र आदेश मिलने पर शहर के प्रत्येक मीटर की जांच की जाएगी। यदि अवैध मीटर पाया जाता है तो संबंधित उपभोक्ता के खिलाफ भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। चूंकि मीटर खराब होने की सूचना विभाग को दिए बिना किसी से मीटर बदलवाना अवैध कृत्य है।
री¨डग छिपाने को मीटर बदलवाने वाले भी फंसेंगे
गजरौला: री¨डग छिपाने को अवैध रूप से मीटर लगवाने वाले उपभोक्ताओं का फंसना तय है। चूंकि विभाग का मानना है कि मीटर री¨डग ज्यादा आने पर शातिर उपभोक्ताओं ने किसी तरह अवैध मीटर का जुगाड़ करके लगवा लिया। इसकी विभाग में कोई सूचना नहीं है। इस पर संबंधित मीटर बदलने की तिथि से पूर्व की री¨डग आंकलन करते मासिक री¨डग औसत निकाला जाएगा। इसके अनुसार आगे का बिल तो वसूल किया जाएगा। मीटर एसडीओ हरीश कुमार ने बताया अवैध मीटर लगवाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। जेई पर हुए हमले में शामिल थे तीनों आरोपित
गजरौला: डिस्ट्रीब्यूशन के अधिशासी अभियंता हरीश कुमार चौधरी ने बताया अवैध रूप से मीटर बदलने के प्रकरण में फंसे आरोपित गौरव सहित दो लोग तत्कालीन अवर अभियंता लोकेश कुमार गुप्ता पर हुए हमले में शामिल थे। जेई ने उनकी करतूत पकड़ ली थी। नाम उजागर करने के लिए वह गुप्त रूप से जांच पड़ताल कर रहे थे। जांच में जेई को इन पर संदेह तो था लेकिन पुष्टि नहीं हो पा रही थी। आरोपितों को जांच में फंसने का खतरा मंडरा रहा था।