वर्क आर्डर होने के बावजूद सड़क न बनने पर भड़की महिलाएं
जय ओमनगर के वासी एक अरसे से सड़कों पर जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं। जिसमें महिलाएं दो साल से सड़क बनवाने के लिए पालिका के चक्कर लगा रही हैं लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ। जबकि टेंडर भी पास हो चुका है लेकिन जेई व ठेकेदार अपनी मनमानी किए हुए हैं। इससे आक्रोशित होकर महिलाएं पलिका पहुंची और हंगामा किया।
अमरोहा : जय ओमनगर के वासी एक अरसे से सड़कों पर जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं। जिसमें महिलाएं दो साल से सड़क बनवाने के लिए पालिका के चक्कर लगा रही हैं, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ। जबकि टेंडर भी पास हो चुका है, लेकिन जेई व ठेकेदार अपनी मनमानी किए हुए हैं। इससे आक्रोशित होकर महिलाएं पालिका पहुंची और हंगामा किया। शहर के मुहल्ला जय ओमनगर में सड़कें काफी नीची हो चुकी हैं। जल निकासी नहीं होने से सड़कों ने ताल तलैया का रूप धारण कर लिया। जिससे मुहल्ले वासियों का निकलना दूभर हो रहा है। बरसात में तो ओर भी बुरा हाल है। मुहल्ले की महिलाएं जलभराव की समस्या से निजात पाने के लिए करीब दो साल से पालिका में अधिकारियों के चक्कर लगा रही हैं। महिलाओं का आरोप है कि अधिकारी कभी जेई तो कभी सभासद से मिलने का बहाना कर टरका देते हैं। इस संबंध में वर्तमान ईओ मणि भूषण के मामला संज्ञान में आया तो उन्होंने निर्माण जेई को बुलाकर समस्या से निजात दिलाने के निर्देश तो दिए, लेकिन जेई ने जल निकासी का निकास नहीं होने का बहाना कर सड़क निर्माण नहीं कराया। महिलाओं ने आकर फिर दबाव बनाया तो सड़क बनाने का टेंडर पास कर दिया और ठेकेदार को वर्क आर्डर देकर सड़क निर्माण के आदेश भी जारी कर दिए, लेकिन ठेकेदार ने अपनी मनमानी करते हुए सड़क का निर्माण नहीं कराया। महिलाओं का कहना है कि वह रोज चक्कर काटती हैं, लेकिन अधिकारी आजकल-आजकल कहकर टाल देते हैं। शनिवार को फिर महिलाएं एकत्र होकर समस्या को लेकर पालिका पहुंची। वहां अधिकारियों के नहीं मिलने पर भड़क गई और सोमवार तक सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं कराने पर चक्का जाम करने की चेतावनी दी। वह खड़े एक अन्य सभासद ने किसी तरह महिलाओं को समझाकर मामला शांत किया। इस मौके पर अनिता, रेनू, सरोज, सुषमा, बीना, केला, लक्ष्मी, रानी, प्रेमलता आदि मौजूद रहीं। -जयओम नगर की सभी सड़कें दुरुस्त हैं। वहां के लोगों का आस-पास के किसान पानी नहीं निकलने दे रहे हैं। जिससे समस्या बनी हुई है। इसके लिए हार्वेस्टिग प्लांट लगवाकर पानी का डिस्पोजल कराया जाएगा।--पंकज रस्तोगी, जेई निर्माण