वृद्धा के साथ एंबुलेंस सेवा भी बीमार
अमरोहा : पेशाब बंद और उल्टी-दस्त होने पर सौ वर्षीय वृद्धा के परिजनों ने एंबुलेंस सुविधा के लिए 108 प
अमरोहा : पेशाब बंद और उल्टी-दस्त होने पर सौ वर्षीय वृद्धा के परिजनों ने एंबुलेंस सुविधा के लिए 108 पर फोन किया। घंटों फोन नहीं उठने पर परिजन वृद्धा को जुगाड़ के जरिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। चिकित्सकों ने हालत नाजुक बताते हुए उसे रेफर कर दिया।
सरकार ने शहर के अलावा दूर-दराज के ग्रामीणों को समय पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जनपद को 24 एंबुलेंस मुहैया करा रखी है। 102 और 108 नंबर डायल करते ही एंबुलेंस मरीज के घर पहुंचने की व्यवस्था है लेकिन जनपद की एंबुलेंस रामभरोसे चल रही हैं। इसकी बानगी उस समय नजर आई जब जोया के एक गांव की सौ वर्षीय वृद्ध महिला रामकली उल्टी-दस्त से मरणासन्न हो गईं।
वृद्धा के पोते अजय ने एंबुलेंस की सुविधा के लिए तुरंत 108 नंबर मिलाया लेकिन फोन नहीं उठा। इस पर परिजनों ने कोई सवारी का बंदोबस्त नहीं होने पर गांव से ठेलीनुमा जुगाड़ू पकड़ा और उसमें बीमार वृद्ध को लादकर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने प्राथमिक इलाज के बाद उसे रेफर कर दिया। 108 की सुविधा हासिल करने के लिए जो कॉल की जाती है वह सीधे लखनऊ जाती है। एक दिन में लगभग 22 हजार फोन कॉल्स होती हैं। ऐसे में कभी- कभी फोन लाइन इंगेज रहती है या फिर कॉल कनेक्ट नहीं हो पाती। हो सकता है इसी वजह से उपरोक्त प्रकरण में कॉल रिसीव न हुई हो।
दीपक, जिला कोआर्डिनेटर एंबुलेंस व्यवस्था।