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गंगा के उफान से खादर के कृषि क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात

गजरौला : पहाड़ी इलाकों में बरसात के चलते तिगरी में गंगा का उफान थमने का नाम नहीं ले रह

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Jul 2018 11:09 PM (IST)Updated: Mon, 30 Jul 2018 11:09 PM (IST)
गंगा के उफान से खादर के कृषि क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात
गंगा के उफान से खादर के कृषि क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात

गजरौला : पहाड़ी इलाकों में बरसात के चलते तिगरी में गंगा का उफान थमने का नाम नहीं ले रहा है। गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ने से खादर क्षेत्र में हजारों बीघा कृषि क्षेत्रफल में खड़ी फसलें बाढ़ के पानी से लबालब हैं। किसानों को खेत से पशुओं के लिए चारा लाने के लिए भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। पीड़ित ग्रामीणों को प्रशासन से मदद की खासी उम्मीद है। अभी कई दिन तक बाढ़ का पानी बढ़ने की आशंका किसानों को ज्यादा परेशान कर रही है। वहीं बाढ़ अफसरों द्वारा खादर किसानों को लगातार अलर्ट किया जा रहा है।

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हरिद्वार व बिजनौर बैराज में स्टॉक किया गया पानी गंगा में छोड़ा जा रहा है। रविवार को दोनों बैराज से करीब दो लाख क्यूसेक पानी गंगा में छोड़ा गया था जो सोमवार मध्यरात्रि तक तिगरी के आसपास पहुंच गया। इससे तिगरी गंगा का जलस्तर एकाएक 20 सेमी बढ़ जाने से किसानों में खलबली मच गई। खादर क्षेत्र के गांवों में नीचान वाले हिस्सों व कृषि क्षेत्रफल में पहले से घुसा पानी पानी और बढ़ गया है। शीशोवाली, जाटोवाली, टांकोवाली, ओसीता जगदेपुर व तिगरी के हजारों बीघा से अधिक कृषि क्षेत्रफल में बाढ़ का पानी किसानों के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है।

रामगंगा पोषक नहर में पुल की व्यवस्था नहीं होने के चलते करीब दर्जनों गांवों का संपर्क गजरौला से टूट गया है। ग्रामीणों को पशुओं के लिए चारा लाने के किए चार फीट तक गहरे पानी से गुजर कर खेत पर पहुंचना पड़ रहा है। पानी में खड़े-खड़े ही चारा काटकर उसकी गठरी बनानी पड़ रही है। ट्यूब एवं भैंसा बुग्गी के सहारे खतरे भरे रास्ते से गुजरकर लौटना पड़ रहा है। ऐसे में छोटे कद के किसानों व महिलाओं को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ा है। बच्चों का जंगल की तरफ जाना खतरे से खाली नहीं रह गया है। शीशोवाली व जाटोवाली गांव में पशुओं के लिए सूखा स्थान तलाश करना ग्रामीणों के सामने बड़ी चुनौती बनी हुई है। सोमवार को 10 सेमी बढ़ा गंगा का जलस्तर

गजरौला : हरिद्वार व बिजनौर बैराज से गंगा में भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से लगातार पानी बढ़ता जा रहा है। तीन दिन पूर्व जलस्तर में एक साथ 50 सेमी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई थी। रविवार को 20 सेमी जलस्तर में बढ़ोत्तरी दर्ज करते हुए जलस्तर 200.00 गेज रिकार्ड किया गया था। रविवार को हरिद्वार व बिजनौर बैराज से करीब दो लाख क्यूसेक पानी गंगा में छोड़े जाने से जलस्तर और बढ़ गया। सोमवार सुबह को जलस्तर मापा गया तो तिगरी में 10 सेमी की बढ़ोत्तरी के साथ सोमवार सुबह 10 बजे जलस्तर 200.10 गेज रिकार्ड किया गया। मंगलवार को भी बढ़ सकता गंगा का जलस्तर

गजरौला : तिगरी बाढ़ खंड नियंत्रण चौकी के जेई प्रदीप कुमार सागर ने बताया कि सोमवार को बिजनौर व हरिद्वार बैराज से भी 2.07 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। हरिद्वार से 75, बिजनौर बैराज से एक लाख 22 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। मंगलवार की तड़के में तिगरी के जलस्तर पर इसका प्रभाव पड़ेगा।


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