नसबंदी फेल होने पर महिला को टरका रहा हेल्थ महकमा
अमरोहा नसबंदी कराने के छह साल बाद महिला फिर गर्भवती हो गई। पिछले वर्ष बच्चे को जन्म भी दे दिया।
अमरोहा : नसबंदी कराने के छह साल बाद महिला फिर गर्भवती हो गई। पिछले वर्ष बच्चे को जन्म भी दे दिया। महिला ने क्लेम की मांग की तो स्वास्थ्य महकमा टरका रहा। जिलाधिकारी से शिकायत करने पर संबधित अधिकारी हरकत में आ गए।
यह मामला धनौरा थाना क्षेत्र के गांव पपसरी खादर का है। गांव के अनिल कुमार ने परिवार को सीमित रखने के लिए परिवार नियोजन अपनाकर 19 मार्च 2013 में पत्नी जयविद्री की सीएचसी धनौरा में नसबंदी कराई। ग्रामीण की पत्नी नसबंदी के छह साल बाद गर्भवती हो गई। इसका पता तब चला जब ग्रामीण ने पत्नी का 10 मार्च 2019 को अल्ट्रासाउंड कराया।
इसके बाद महिला ने सीएचसी पहुंचकर क्लेम की दावेदारी की। इसी भागदौड़ में 14 अक्टूवर को महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दे दिया। उसके बाद से महिला क्लेम के लिए स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों के चक्कर लगाती रही, लेकिन वह फाइल एक दूसरे के पास बताकर टरकाते रहे।
महिला ने परेशान होकर जिलाधिकारी उमेश मिश्र से शिकायत की। डीएम ने स्वास्थ्य अधिकारियों को शीघ्र ही समस्या का निदान कराने के निर्देश दिए। अब एसीएमओ डॉ. गोपीलाल ने धनौरा सीएचसी से नसबंदी की फाइल तलब की है। एसीएमओ डॉ. गोपीलाल ने बताया कि महिला ने हमे क्लेम के लिए देर से सूचना दी। महिला को तीस हजार रुपये का क्लेम दिलवाने की तैयारी है।