पिता-पुत्र की जेल से रिहाई की आस देख रहे स्वजन
हसनपुर जिस बेटी की हत्या के जुर्म में पिता- पुत्र व दिव्यांग रिश्तेदार 28 दिसंबर 19 से जेल मे बंद हैं।
हसनपुर : जिस बेटी की हत्या के जुर्म में पिता- पुत्र व दिव्यांग रिश्तेदार 28 दिसंबर, 19 से जेल में बंद हैं। सात अगस्त को उसके ग्राम पौरारा से जीवित बरामद होने के बाद स्वजनों की निगाहें अब पिता पुत्र की जेल से रिहाई पर टिकी हुई हैं।
बरामद युवती के भाई राहुल का कहना है कि कोरोना संकटकाल के चलते जेल में मिलाई बंद है। समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों के माध्यम से जेल में बंद पिता पुत्र व दिव्यांग रिश्तेदार को युवती के बरामद होने का पता चल गया है। स्वजन पिता व भाई की रिहाई का इंतजार कर रहे हैं। उधर, पुलिस ने बरामद युवती का मेडिकल परीक्षण एवं न्यायालय में बयान दर्ज कराए थे। न्यायालय के आदेश पर युवती को नारी निकेतन भेज दिया है। जबकि पूछताछ के बाद पुलिस ने युवती के प्रेमी को घर भेज दिया है।
उल्लेखनीय है कि आदमपुर थाना क्षेत्र के गांव मलकपुर निवासी किसान सुरेश सिंह की बेटी छह फरवरी, 19 को घर से लापता हो गई थी। पुलिस ने जांच पड़ताल करते हुए पहले ग्राम सुल्तानपुर गजरौला निवासी रिश्तेदार होराम व हरफूल को अपहरण में जेल भेजा था। उसके बाद जांच को नया मोड़ देते हुए अपहर्ता की हत्या की कहानी रचकर पिता सुरेश, भाई रूपकिशोर व दिव्यांग रिश्तेदार देवेंद्र निवासी शीशो वाली गजरौला को हत्या के आरोप में जेल भेजा था।
सात अगस्त को युवती अपने प्रेमी के घर पौरारा गांव से बरामद हुई थी। युवती के पास करीब 13 महीने का एक बच्चा भी है। आदमपुर के प्रभारी निरीक्षक पंकज कुमार वर्मा का कहना है कि जेल में बंद पिता पुत्र व रिश्तेदार की रिहाई की प्रक्रिया न्यायालय में चल रही है। जल्द ही उनकी रिहाई होने की संभावना है।