भाइयों की कलाई पर सजेंगी फैंसी के साथ चांदी की राखियां
अमरोहा रक्षाबंधन भाइयों की कलाई के लिए रेशम की एक डोर ही काफी है।
अमरोहा : रक्षाबंधन भाइयों की कलाई के लिए रेशम की एक डोर ही काफी है। लेकिन, बदलते दौर में फैंसी राखियों के साथ-साथ सराफा ं बिक्री के लिए आकर्षक डिजाइनों में चांदी की राखियां भी उतारी गई हैं।
रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर बहनों का हुजूम उमड़ पड़ा और पंसद की फैंसी राखियों की खरीदारी की। अतरासी चौराहा, बाजार कोट, शफातपोता, कटरा, बड़ा बाजार आदि जगह सुंदर-सुंदर आकर्षक डिजाइनों में फैंसी राखियां बिक रही थी। वहीं बदलते दौर में अबकी बार सोने-चांदी की राखियों की डिमांड बढ़ गई है। लिहाजा सराफा में सोने-चांदी की राखियां आकर्षक डिजाइनों में बिक्री के लिए उतारी गई हैं। चांदी के ब्रेसलेट पर मोतियों वाली राखियां बहनों को काफी लुभा रही हैं। जिनकी कीमत बाजार में 200-800 रुपये तक है। महंगी राखियां आर्डर पर मंगाई जा रही है।
सर्राफ कुंवर विनीत अग्रवाल ने बताया दौर बदल रहा है। बदलते दौर में चांदी की राखियों की डिमांड बढ़ गई है। चांदी से निर्मित डिजाइदार और प्लेन राखियां बड़ी संख्या में बिक्री के लिए मंगाई हैं। सर्राफ राजकुमार पुनीत अग्रवाल ने बताया चांदी की राखियों की डिमांड बढ़ी है। बहनें अपने भाइयों की कलाई पर बांधने के लिए खरीद रही है। राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
अमरोहा : वासुदेव तीर्थस्थल के पंडित विद्यानंद झा ने बताया रविवार को रक्षाबंधन पर्व है। वैसे तो बहने पूरे दिन बहर्न अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधेंगी, लेकिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 8.30 बजे से रात 8.20 तक का है।