तिगरी मेले में भगवा रंग से सजे द्वार
मेले में भगवा रंग छाया रहेगा। चूंकि पहले के मुताबिक इस बार मुख्य द्वारों पर लगने वाला कपड़े का रंग सफेद से बदलकर भगवा कर दिया है। कुमराला पुलिस चौकी से तिगरी मेला स्थल तक लगने वाले 12 द्वारों पर भगवा वस्त्र से ही सजाया जाएगा
गजरौला : मेले में भगवा रंग छाया रहेगा। कुमराला पुलिस चौकी से तिगरी मेला स्थल तक लगने वाले 12 द्वारों को भगवा रंग के वस्त्र से ही सजाया जाएगा बल्कि कुछ द्वार सज भी चुके हैं। वहीं मेला स्थल पर रौनक व चहल-पहल में तेजी के साथ इजाफा हो रहा है। खानपान की दुकानों पर बिक्री भी शुरू हो चुकी है।
तिगरी में लगने वाले ऐतिहासिक मेले में जिला प्रशासन एवं जिला पंचायत द्वारा तैयारियां व्यापक स्तर पर की जा रही हैं। यहां पर लाखों की संख्या में आकर श्रद्धालु निवास करते हैं और आस्था और श्रद्धा के साथ साथ मौजमस्ती भी करते हैं। मनोरंजन के हिसाब से झूले तमाशों की कोई कमी नहीं रहेगी तो वहीं बाजार में भी हर आईटम मिलेगा। तमाशे के संचालक तमाशों का सामान कसवाने में जुटे हुए हैं। यहां पर आसपास के इलाकों के दुकानदार भी आकर अपना व्यापार करते हैं।
मेला कोतवाली इंचार्ज किरनपाल ¨सह ने मेले में पहुंच रहे लोगों से शांति व्यवस्था में सहयोग करने की अपील की। मेले में सड़कों का निर्माण भी जारी है। सड़कों पर पानी का छिड़काव करवाया जा रहा है। वहीं तंबुओं की संख्या भी बढ़ रही है। दिन प्रतिदिन दुकानदारों का पहुंचना जारी है। खानपान की दुकानों पर बिक्री भी शुरू हो गई है। मिट्टी के चूल्हे, लकड़ी की टाल आदि की दुकानें भी बुधवार को मेला स्थल पर पहुंच गईं।
इसके अतिरिक्त मेले में आईसक्रीम, साउथ इंडियन फूड्स, फल, परचून, दूध्, मिठाई, पकौड़ियों, कपड़े, खेल खिलौने, किसानों के औजारों, खिलाड़ियों के सामान की दुकानें भी लगेंगी। जिनके लिए दुकानदार अपने अपने बजट के हिसाब से दुकानों की भूमि क्रय कर रहे हैं। वहीं दुकान लगाने का कार्य भी जारी है। स्नान घाटों पर पहुंचे चें¨जग रूम, महिला श्रद्धालुओं को नहीं आएगी दिक्कत
गजरौला : इस बार गंगा मेले में महिला श्रद्धालुओं को स्नान से पहले व बाद में कपड़े बदलने में दिक्कत महसूस नहीं होगी। जिला पंचायत अध्यक्ष सरिता चौधरी ने बुधवार को घाटों पर 15 चेंजिग रूम वाला सैट उपलब्ध करा दिया। फाइवर की चादरों से बना यह चेंजिग रूम जिला पंचायत द्वारा महिला श्रद्धालुओ के लिए स्थाई व्यवस्था करने को बनवाया गया है। चूंकि हर 15 दिन बाद यहां तिगरी में गंगा घाट पर पूर्णिमा व अमावस्या के स्नान को पहुंचने वाले श्रद्धालुओं में महिलाओं की संख्या भी काफी होती है। हजारों की संख्या में आने वाली महिलाएं इनके अभाव में कपड़ों की दीवार बनाकर खुले में ही कपड़े बदलने को मजबूर होती हैं। लिहाजा यह सुविधा उपलब्ध होने के बाद उन्हें अब राहत मिलेगी। जिला पंचायत अध्यक्ष के पति चौधरी भूपेंद्र ¨सह ने बताया कि इसके लिए वह काफी दिन से प्रयासरत थे।