स्वयं सहायता समूह की महिलाएं तैयार करेंगी गन्ने की पौध
अमरोहा प्रदेश सरकार ने ग्रामीण महिलाओं को रोजगार देने की तैयारी शुरू कर दी है।
अमरोहा: प्रदेश सरकार ने ग्रामीण महिलाओं को रोजगार देने की तैयारी शुरू कर दी है। महिला उद्यमियों से गन्ने की पौध तैयार कराई जाएगी। इसकी बिक्री कर वह आय अर्जित कर सकेंगी। पौध कैसे बनेगी, इसके लिए उनको प्रशिक्षण दिया जाएगा। चीनी मिलों का भी इसमें पूरा सहयोग लिया जाएगा।
जनपद में 90 हजार हेक्टेयर में गन्ने की पैदावार होती है। इसलिए सरकार ने ग्रामीण महिलाओं का इस क्षेत्र में रोजगार देने की कार्रवाई शुरू की है। जिला गन्ना अधिकारी ने बताया ग्रामीण महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए स्वयं सहायता समूह बनाए जाएंगे। इसके बाद उनको सिगल बेड एवं वाट्सएप द्वारा गन्ने की नर्सरी तैयार करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। गन्ना विकास परिषद व चीनी मिलों द्वारा संयुक्त रूप से गांवों का चयन किया जाएगा। पौध बनाने में आवश्यक मशीनें चीनी मिलों से सहयोग लेकर उपलब्ध कराई जाएंगी।
इसके साथ ही प्रदर्शनियों में गन्ने की बुवाई महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार सीडलिग से की जाएगी। सीडलिग उत्पादन के लिए 3.50 रुपए के हिसाब से अनुदान सरकार द्वारा देय होगा। महिला रोजगार सृजन के जरिए गन्ने की खेती में रोजगार के विकल्प उपलब्ध होने से महिला उद्यमियों का मनोबल बढ़ेगा। इससे जो भी आय प्राप्त होगी, उससे उनके जीवन स्तर में सुधार आएगा। इसमें भी कोविड-19 को देखते हुए शारीरिक दूरी का पालन अनिवार्य रखा गया है।
हेमेंद्र प्रताप सिंह, जिला गन्ना अधिकारी।