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फूड प्वायज¨नग नहीं वायरल फीवर की चपेट में थीं छात्राएं

कस्तूरवा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय फूलपुर हसनपुर की 11 छात्राओं को दूध व पोहा खाने से फूड प्वायज¨नग नहीं हुआ बल्कि वह वायरल फीवर की चपेट में थी। बुखार की शिकायत होने पर सोमवार को छात्रा पूनम, तनवी, रूकसाना, प्रीति, हालिया, बबीता, सताक्षी, शब्बो, रीना, आदिति तथा रोशनी को इलाज हेतु सीएचसी हसनपुर लाया गया था। छात्राओं का इलाज करने वाले चिकित्सक डॉ नवाजिश अली एवं फार्मेसिस्ट केसी पाठक ने बताया कि छात्राओं को सामान्य फीवर था। जिन्हें पैरासीटामॉल, एंटी बायोट्रिक तथा एंटी एलर्जिक दवाई दी गई थी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 10:55 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 10:55 PM (IST)
फूड प्वायज¨नग नहीं वायरल फीवर की चपेट में थीं छात्राएं
फूड प्वायज¨नग नहीं वायरल फीवर की चपेट में थीं छात्राएं

हसनपुर : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय फूलपुर हसनपुर की 11 छात्राओं को दूध व पोहा खाने से फूड प्वायज¨नग नहीं हुआ बल्कि वह वायरल फीवर की चपेट में थीं।

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बुखार की शिकायत होने पर सोमवार को छात्रा पूनम, तनवी, रूकसाना, प्रीति, हालिया, बबीता, सताक्षी, शब्बो, रीना, आदिति तथा रोशनी को इलाज हेतु सीएचसी हसनपुर लाया गया था। छात्राओं का इलाज करने वाले चिकित्सक डॉ. नवाजिश अली एवं फार्मेसिस्ट केसी पाठक ने बताया कि छात्राओं को सामान्य फीवर था। इन्हें पैरासीटामॉल, एंटीबायटिक तथा एंटी एलर्जिक दवाई दी गईं। तीन चार घंटे अस्पताल में रोककर बुखार में सुधार होने पर उन्हें स्कूल भेज दिया गया।

चिकित्सकों के मुताबिक किसी भी छात्रा को उल्टी दस्त की शिकायत नहीं थी। उधर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय फूलपुर की 11 छात्राओं को खराब दूध व पोहा खाने से फूड प्वायज¨नग होने की सूचना पाकर मंगलवार को एडीएम न्यायिक वंश बहादुर ने तहसीलदार राजेश चंद्रा के साथ पहले विद्यालय पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल की।

उन्होंने बुखार से पीड़ित छात्रा तनवी व रीना से पूछताछ कर उनका हाल जाना। बाद में विद्यालय की वार्डन साधना शर्मा से पूरे मामले की जानकारी ली। वार्डन ने बताया कि विद्यालय में 77 छात्राओं व शिक्षिकाएं एक ही खाना खाती हैं। दूध व पोहा का सेवन उक्त सभी छात्राओं व शिक्षिकाओं ने किया था। दूध व पोहा में कुछ खराबी होती तो हालत सभी की बिगड़नी चाहिए थी।

उन्होंने साफ कहा छात्राओं को बुखार की शिकायत होने पर सीएचसी भेजकर उनका इलाज कराया गया था। इलाज के बाद छात्राओं की हालत में सुधार है। बुखार से कमजोरी महसूस होने पर 9 छात्राओं को अभिभावक घर ले गए हैं। जबकि दो छात्राएं तनवी व रीना विद्यालय में ही आराम कर रही हैं। एडीएम ने बाद में सीएचसी हसनपुर पहुंचकर चिकित्सकों से इस संबंध में वार्ता कर लिखित में रिपोर्ट तलब की है। हसनपुर सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ दीपक वर्मा ने बताया कि छात्राओं को सामान्य वायरल फीवर था। जरूरी दवाई देकर हालत में सुधार होने पर उन्हें स्कूल भेज दिया गया था।

उन्होंने किसी भी छात्रा को फूड प्वायज¨नग होने की बात से साफ इंकार किया है।

खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने लिए नमूने

हसनपुर : मंगलवार को खाद्य सुरक्षा अधिकारी विजय कुमार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय फूलपुर पहुंचकर दूध व पोहा का नमूना लिया तथा पीड़ित छात्राओं से बात की। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि प्रथम ²ष्टया जांच में दूध व पोहा खाने से छात्राओं को फूड प्वायज¨नग नहीं हुआ है। छात्राओं को वायरल फीवर की शिकायत है। फिर भी उन्होंने अपने क‌र्त्वय का पालन करने हेतु खाद्य सामग्री के सप्लायर को खुले आइटम की सप्लाई न करने के निर्देश दिए हैं। अफसर उवाच

कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय फूलपुर हसनपुर की 11 छात्राओं के बीमार पड़ने की मौके पर पहुंचकर जांच की गई है। छात्राओं को वायरल फीवर की शिकायत थी। खराब दूध व पोहा खाने से फूड प्वायज¨नग नहीं हुआ है। दूध व पोहा खाने से फूड प्वायज¨नग होता तो सभी छात्राओं व शिक्षिकाओं ने इसका सेवन किया था। खाद्य सुरक्षा अधिकारी से भी जांच कर रिपोर्ट तलब की गई है।

वंश बहादुर, अपर जिलाधिकारी न्यायिक, अमरोहा।


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