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दानिश के आगे समय व सामंजस्य की बड़ी चुनौती

अमरोहा आखिरकार वही हुआ जिसकी उम्मीद जताई जा रही थी। गठबंधन से बसपा ने अमरोहा से कुंवर दानिश अली को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। इसके बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। अमरोहा लोकसभा क्षेत्र के लिए दानिश नया चेहरा हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Mar 2019 11:21 PM (IST)Updated: Wed, 20 Mar 2019 11:21 PM (IST)
दानिश के आगे समय व सामंजस्य की बड़ी चुनौती

अमरोहा : गठबंधन सीट पर बसपा ने अमरोहा से कुंवर दानिश अली को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। इसके बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। अमरोहा लोकसभा क्षेत्र के लिए दानिश नया चेहरा हैं। उनके आगे कम समय व दोनों दलों के बीच सफल सामंजस्य स्थापित करने की बड़ी चुनौती है।

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जनता दल सेक्यूलर के राष्ट्रीय महासचिव कुंवर दानिश के बसपा की सदस्यता ग्रहण करते ही इस बात के संकेत मिल गए थे कि वह सपा-बसपा गठबंधन से अमरोहा के प्रत्याशी होंगे। बसपा प्रमुख मायावती से हरी झंडी मिलते ही बुधवार को सपा-बसपा के संयुक्त सम्मेलन में इसका एलान कर दिया गया।

इस लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं के लिए दानिश नया चेहरा हैं। साथ ही उन पर बाहरी भी हैं। यहां अपनी पहचान स्थापित करने के लिए दानिश के पास एक माह का वक्त भी नहीं बचा है। उस पर जिले की राजनीति में एक-दूसरे के धुर विरोधी रहे सपा-बसपा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को एक प्लेटफार्म पर लाने की चुनौती से भी उन्हें निपटना है। शीर्ष नेतृत्व के आदेश पर दोनों दलों के पदाधिकारी एक मंच पर तो आने लगे हैं मगर उनके दिल मिलते नजर नहीं आ रहे। बुधवार को गठबंधन की बैठक से विधायक महबूब अली के नदारद रहने के मायने भी यही लगाए जा रहे हैं। हालांकि उनके बेटे एमएलसी परवेज अली ने बैठक में शिरकत की।

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अब कांग्रेस के प्रत्याशी पर नजर

अमरोहा : गठबंधन का प्रत्याशी घोषित होने के बाद अब कांग्रेस के प्रत्याशी पर सबकी नज है। कांग्रेस पिछले 30 वर्षो से अमरोहा लोकसभा क्षेत्र में अपना खाता नहीं खोल पाई है। पिछले चुनाव में तो उसने अपना प्रत्याशी तक नहीं उतारा था। गठबंधन से मुस्लिम प्रत्याशी उतारे जाने के बाद पूर्व सांसद राशिद अल्वी की टिकट की दावेदारी को लेकर चर्चे शुरू हेा गए हैं। दूसरे दावेदार का नाम मुरादाबाद से विधायक रह चुके मेजर जेपी सिंह का नाम उभरा है।

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भाजपा अंत में खोलेगी अपने पत्ते

अमरोहा : गठबंधन प्रत्याशी घोषित होने के बाद माना जा रहा है कि कांग्रेस कभी भी अपने प्रत्याशी का एलान कर सकती है। भाजपा इसके बाद ही अपना प्रत्याशी घोषित करेगी। पार्टी सूत्रों की मानें तो अमरोहा लोकसभा से प्रत्याशी का चयन हो गया है। बस औपचारिक घोषणामात्र शेष है। दावेदारों की दौड़ में मौजूदा सांसद कंवर सिंह तंवर व पूर्व सांसद देवेंद्र नागपाल सबसे मजबूत माने जा रहे हैं।

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बिजनौर रोड पर गठबंधन कार्यकर्ता सम्मेलन में दिखाई ताकत

जागरण संवाददाता, अमरोहा : सपा- बसपा व रालोद के कार्यकर्ता सम्मेलन में ताकत दिखाई। सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता से बेदखल करने तथा देश में शांति और सद्भाव कायम रखने के लिए गठबंधन के साथ मजबूती से खड़े होने पर बल दिया गया। वक्ताओं ने कहा मोदी सरकार ने पिछले पांच वर्षों में केवल धर्म-जाति के नाम पर राजनीति कर देश को नुकसान पहुंचाया है।

सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि जोन इंचार्ज गिरीश चंद ने कहा भाजपा ने धर्म-जाति के नाम कर राजनीति कर समाज को बांटने का काम किया है। भाजपा के सत्ता में आने के बाद आम आदमी का सुख और चैन छिन गया है। इसका हिसाब चुनाव में मतदाताओं को भाजपा से चुकाने के लिए गठबंधन के पक्ष में भारी मतदान करना है। सपा के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व कैबिनेट मंत्री कमाल अख्तर, एमएलसी परवेज अली ने मोदी सरकार को हर मोर्चे पर विफल करार देते हुए कार्यकर्ताओं से गठबंधन को जिताने के लिए जी-जान से जुट जाने का आह्वान किया। इस मौके पर पूर्व कैबिनेट मंत्री चौधरी चंद्रपाल सिंह, मनवीर सिंह चिकारा, पूर्व विधायक अशफाक अली खां, हाजी मोहम्मद हयात, डॉ.अफसर परवेज, सपा जिलाध्यक्ष सुखवीर यादव, बसपा जिलाध्यक्ष रामौतार सिंह, रालोद जिलाध्यक्ष चौधरी योगेंद्र सिंह, हेम सिंह आर्य, डॉ.संजीव लाल, डॉ.होरी सिंह आदि मौजूद रहे।


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