पुलिस ने हिरासत में लिए कांग्रेसी नेता, विरोध में दिया धरना
रहरा दुष्कर्म के बाद पीड़िता की मौत होने के मामले में स्वजनों को सांत्वना देने हाथरस जा रहे कांग्रेसी पुलिस ने रोक लिए।
रहरा : दुष्कर्म के बाद पीड़िता की मौत होने के मामले में स्वजनों को सांत्वना देने हाथरस जा रहे कांग्रेस नेताओं को रहरा पुलिस ने हिरासत में ले लिया। हालांकि बिना किसी कानूनी कार्रवाई किए कोविड-19 के नियमों का हवाला देकर उन्हें वापस भेज दिया। उधर, हिरासत में लेने के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने हंगामा करते हुए कुछ देर के लिए धरना दिया।
बुधवार की सुबह जिलाध्यक्ष ओमकार सिंह कटारिया के नेतृत्व में दर्जन भर कांग्रेसी गाड़ियों से हाथरस जा रहे थे। रहरा पुलिस को इसकी भनक लगते ही प्रभारी निरीक्षक सत्येंद्र कुमार सिंह पुलिस बल के साथ थाने के सामने चेकिग करने लगे। आने पर पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लेकर थाने में बैठा लिया। पीड़ित परिवार से मिलने जाने से रोकने का विरोध करते हुए उन्होंने हंगामा करते हुए धरना दिया। पुलिस ने इनको करीब दो घंटे रहरा थाने में बैठाए रखा। हालांकि बाद में बगैर किसी कानूनी कार्रवाई के उन्हें घर भेज दिया।
इस दौरान जिलाध्यक्ष ओमकार कटारिया ने योगी सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के इशारे पर पुलिस विपक्ष की आवाज को दबाने का काम कर रही है। कहा कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा अत्याचार दलितों व ब्राह्मणों पर हो रहे हैं। प्रदेश में लोकतंत्र व कानून का राज खत्म हो गया है। आगामी चुनाव में जनता भाजपा सरकार को प्रदेश से उखाड़ फेंकने का काम करेगी।
इस मौके पर पूर्व पीसीसी सदस्य तारिक मुहम्मद खां, फै•ा आलम राईनी, डॉ कमलेश सिंह, परवेज, चौधरी सुखराज सिंह, सलीम खा, सचिन ठाकुर, जयपाल सिंह, खुस्तर मिर्जा, खुर्रम चौधरी, जावेद अब्बासी, नरेंद्र सिंह, अब्दुल कुदुस, आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे। प्रभारी निरीक्षक सत्येंद्र कुमार ने बताया कि कुछ समय के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोका गया था। बाद में समझा कर उन्हें कोविड-19 के नियमों का पालन करने का हवाला देते हुए वापस भेज दिया।