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आइपीएल के मैचों पर लग रहा लाखों का ऑनलाइन सट्टा

अमरोहा हसनपुर पुलिस द्वारा आनलाइन सट्टा खिलाने वाले गैंग के गुर्गे की गिरफ्तारी के बाद इस धंधे की परतें खुल रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 07:04 PM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 07:04 PM (IST)
आइपीएल के मैचों पर लग रहा लाखों का ऑनलाइन सट्टा
आइपीएल के मैचों पर लग रहा लाखों का ऑनलाइन सट्टा

अमरोहा : हसनपुर पुलिस द्वारा आनलाइन सट्टा खिलाने वाले गैंग के गुर्गे की गिरफ्तारी के बाद इस धंधे की परतें उधड़ रही हैं। आइपीएल के प्रत्येक मैच पर लाखों रुपये का सट्टा खेला जा रहा है। अमरोहा नगर व हसनपुर इसका गढ़ बना हुआ है। प्रयागराज के गैंग के साथ ही दिल्ली से भी आनलाइन सट्टा खेला जा रहा है।

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क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाया जाना कोई नई बात नहीं है। प्रत्येक मैच में सटोरिये लाखों रुपये का दांव खेलते हैं। अमरोहा व हसनपुर में अभी तक यह मामला छुपा हुआ था परंतु रविवार को हसनपुर पुलिस द्वारा ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले गैंग के गुर्गे रामसिंह उर्फ अंकित उर्फ रेहान को गिरफ्तार किया गया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद आनलाइन सट्टा खेले जाने की परतें उधड़ रही हैं। एक गैंग प्रयागराज का है तो दूसरा गैंग दिल्ली का है। दोनों गैंग इन दिनों आइपीएल के मैचों पर सट्टा करा रहे हैं। अमरोहा व हसनपुर इसके गढ़ बने हैं। हालांकि सट्टा पर्ची का कारोबार इन दोनों शहरों में पुराना है तथा बड़े पैमाने पर पुलिस की शह पर यह धंधा किया जा रहा है। परंतु सटोरिये अब आइपीएल के मैच पर बड़ा दांव खेल रहे हैं।

दोनों गैंग के गुर्गे अमरोहा व हसनपुर में सक्रिय हैं। सटोरिये उन्हें रकम देकर सट्टा किग के खाते में जमा कराते हैं। उसके बाद मैच पर दांव लगाया जाता है। गिरफ्तार राम सिंह भी हसनपुर में यही काम करता था। वह सटोरियों से पैसे लेकर उसे सट्टा किग के अलग- अलग खातों में भेजता था। हसनपुर पुलिस इस मामले की तह तक पहुंचने में लगी है। अमरोहा में फैले नेटवर्क को खंगाला जा रहा है।

प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार ने बताया कि आनलाइन सट्टा लगाने वाले गैंग के बारे में जांच की जा रही है। जिले में कितने लोग इससे जुड़े हैं उनका पता लगाया जा रहा है। छह ओवर में बदल जाता है खेल

अमरोहा: आइपीएल क्रिकेट मैच में बड़े स्तर पर सट्टा लगाया जा रहा है। सट्टा किग अलग-अलग तरीके के सटोरिये से दांव लगवाते हैं। सूत्र बताते हैं कि सट्टा किग पहले तो खिलाड़ियों की पसंद के हिसाब से टीम, खिलाड़ी व ओवर में प्रत्येक बॉल पर दांव लगवाने के लिए पैसे जमा कर लेते हैं। फोन पर ही बोली लगा दी जाती है। दो नंबर के इस धंधे में सट्टा किग ईमानदारी के साथ पैसे भी लौटा देता है। दूसरा तरीका आनलाइन सट्टा है। जिसमें सट्टा किग के राम सिंह जैसे गुर्गे क्षेत्र में सटोरियों से अपनी पकड़ बनाते हैं। उनके पैसे लेकर सट्टा किग के खाते में जमा कराते हैं। सट्टा किग कम से कम छह ओवर में दांव लगाने का मौका देता है। इस दौरान दांव लगाए पैसे पर हार-जीत होती है। छह ओवर के बाद फिर से दांव लगाया जाता है। जीत के पैसे सट्टा किग का गुर्गा सटोरिये को वापस लौटा देता है।


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