छह दिन से लापता वृद्धा का सुराग नहीं
जागरण संवाददाता, नौगावां सादात: छह दिन से लापता वृद्धा रामवती का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। परिजन व पुलिस उन्हें तलाश कर रहे हैं। वृद्धा के अचानक लापता होने के बाद परिजन भी सकते हैं।
नौगावां सादात: छह दिन से लापता वृद्धा रामवती का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। परिजन व पुलिस उन्हें तलाश कर रहे हैं। छह साल पहले गांव की ही रंजिश में वृद्धा के दो बेटों की हत्या कर दी गई थी। उसके बाद से वृद्धा गांव में अकेली रह रही थीं। जबकि परिवार के अन्य सदस्य रजबपुर व गजरौला में रहते हैं।
थाना क्षेत्र के गांव अक्खा नगला में स्वर्गीय सुखीराम ¨सह का परिवार रहता था। गांव में उनकी रंजिश चल रही थी। सुखीराम ¨सह की मौत के बाद उनके दो बेटे देवेंद्र ¨सह व योगेंद्र ¨सह भी दुश्मनों की नजर में आ गए। 18 नवंबर, 06 को मुकदमे की तारीख से लौटते समय उनके छोटे बेटे योगेंद्र ¨सह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। भाई की हत्या में वादी देवेंद्र ¨सह को दो जनवरी 2013 को गांव में ही गोलियों से भून दिया गया। योगेंद्र ¨सह के बेटे अर¨वद चौधरी व देवेंद्र ¨सह के बेटे र¨वद्र ने परिवार के साथ गांव छोड़ने का फैसला कर लिया। र¨वद्र रजबपुर में तो अर¨वद अपने परिवार के साथ गजरौला में रहने लगा। गांव में केवल सुखीराम की वृद्ध पत्नी रामवती बची। तमाम कोशिश के बाद भी रामवती ने गांव नहीं छोड़ा।
हालांकि उनका पौत्र अर¨वद अक्सर उन्हें अपने साथ गजरौला स्थित घर ले जाता था। लगभग 20 दिन पहले ही अर¨वद रामवती को गांव में छोड़ कर गया था। दो नवंबर को भी वह दादी के पास आया था तथा खर्च के लिए पांच सौ रुपये देकर गया था। बुधवार सात नवंबर की रात को रामवती अचानक लापता हो गई।
सात दिन बीत जाने के बाद भी रामवती का कोई पता नहीं चल सका है। अर¨वद ने बताया बुधवार को पकाया गया खाना भी घर में ही रखा मिला है। अर¨वद किसी पर शक भी जाहिर नहीं कर रहे हैं, लेकिन दादी के अचानक लापता होने से बेचैन हैं।