नशामुक्ति केंद्र के रोगी की मौत पर प्रशासन खामोश
गजरौला : नशामुक्ति केंद्र के एक रोगी की संदिग्धावस्था में मौत के मामले में प्रशासन ने खामोशी सा
गजरौला : नशामुक्ति केंद्र के एक रोगी की संदिग्धावस्था में मौत के मामले में प्रशासन ने खामोशी साध ली है। मौत के कारणों और नशामुक्ति केंद्र की व्यवस्थाओं की पड़ताल करने को तैयार नहीं है। मीडिया में मामला उछलने के बाद उसकी अनदेखी की जा रही है। तर्क दिया जा रहा है कि उनके पास इस तरह की कोई शिकायत नहीं आई है। शिकायत मिलने पर ही कार्रवाई की जाएगी।
मामला यह है कि नगर के मंडी समिति रोड स्थित जीवनदान नशामुक्ति केंद्र पर 11 जून को ओमकार नामक एक रोगी को नशा छुड़ाने के लिए भर्ती कराया गया। दो दिन बाद उसकी अचानक हालत बिगड़ी और केंद्र के स्टाफ के लोग जब तक उसे लेकर मुरादाबाद के निजी अस्पताल पहुंचे तब तक बहुत देर हो चुकी थी। वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। हालांकि केंद्र संचालक उसे दौरे पड़ने की जानकारी दे रहे हैं, लेकिन यहां उसकी मौत को संदिग्ध मान कर तरह-तरह की चर्चाएं फैली हुई हैं। इससे केंद्र सवालों के घेरे में आ गया है। यह मामला मीडिया में प्रमुखता से उठने के बाद भी रोगी की मौत की जानकारी को कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा है। लोगों का कहना है कि केंद्र मनमाने ढंग से चलाए जा रहे हैं। इसलिए उनमें व्यवस्था व सुविधा नाम की कोई चीज नजर नहीं आएगी। इस सबके बावजूद प्रशासन व पुलिस चुप्पी साधे हुए हैं। बताते हैं डीएम ने जांच कराने के आदेश दिए हैं।