नाभा जेल ब्रेक : फरार आतंकी प्रकरण में अमरोहा से संदिग्ध उठाया
पंजाब की नाभा जेल से फरार आतंकियों का कनेक्शन अमरोहा से जुड़ गया। पंजाब पुलिस ने चंदनपुर नया गांव में छापा मार कर एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है।
अमरोहा (जेएनएन)। पंजाब की नाभा जेल से फरार आतंकियों का कनेक्शन अमरोहा से जुड़ गया। पंजाब पुलिस ने आदमपुर थाना क्षेत्र के गांव चंदनपुर नया गांव में छापा मार कर एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। उस पर नाभा जेल से फरार आतंकियों की मदद करने का शक है। पुलिस उसके सभी परिजनों के मोबाइल भी ले गई है।इस बीच गिरफ्तार परमिंदर सिंह उर्फ पेंदा को कड़ी सुरक्षा में पंजाब भेजा गया।
आदमपुर क्षेत्र के गांव चंदनपुर नया गांव में पंजाब पुलिस ने छापा मार कर यहां रहने वाले गुरजंत सिंह को हिरासत में ले लिया। फिर साथ लेकर चली गई। दरअसल वर्ष 2010 में भी गुरजंत ङ्क्षसह को पंजाब पुलिस गिरफ्तार कर ले गई थी। उस समय गुरजंत सिंह पर बब्बर खालसा ग्रुप का सदस्य होने व संगठन के आतंकियों की मदद करने का आरोप था। गुरजंत सिंह को नाभा जेल में ही कैद कर रखा गया था। नौ महीने पहले ही वह जेल से रिहा हुआ था। अब यहां खेतीबाड़ी कर रहा था।
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उसकी कुछ संदिग्ध गतिविधियों पर स्थानीय पुलिस को शक था। इसके चलते पुलिस अफसर उसकी निगरानी करा रहे थे। नाभा जेल से फरार आतंकियों के प्रकरण में गुरजंत की भूमिका संदिग्ध होने संबंधी कुछ तथ्य हाथ लगते ही स्थानीय पुलिस अफसरों ने पंजाब पुलिस से संपर्क किया था। इसके बाद प्रकाश में आए तथ्यों की गहन पड़ताल के बाद सोमवार रात को अमरोहा पहुंची पंजाब पुलिस स्थानीय पुलिस की मदद से उसे दबोचकर साथ ले गई। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक पंजाब पुलिस ने गुरजंत को गिरफ्तार करने के बाद बिजनौर से भी एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। इस संबंध में स्थानीय पुलिस अफसरों ने कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया।
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सहारनपुर में तो नहीं छिपे पेंदा के साथी
कैराना से पकड़े गए परमिंदर सिंह उर्फ पेंदा के दो साथी सहारनपुर में छुपे हो सकते हैं। पुलिस के पास इस बात का इनपुट है। इसी वजह से डीआइजी जेके शाही ने पुलिस को भी सतर्क कर दिया है। संदिग्धों पर पैनी निगाह रखी जा रही है। नाभा जेल से केएलएफ के आंतकियों को भगाने में परमिंदर सिंह पेंदा मुख्य किरदार है। शुरुआती पूछताछ में पेंदा ने स्वीकार कर लिया है कि उसकी फॉरच्यूनर में कैराना से दो अन्य लोग भी बैठे थे, लेकिन वह उनका पता-ठिकाना नहीं बता रहा है। इस बात की पुष्टि करते हुए डीआइजी जेके शाही ने बताया कि कैराना के पेट्रोल पंप की फुटेज में भी पेंदा की कार में दो युवक नजर आ रहे हैं। कैराना के हर संभावित ठिकाने की तलाशी करा ली गई है, मगर इनका सुराग नहीं लगा। सहारनपुर में भी अलर्ट जारी कर दिया है, ताकि वे जहां भी हों पकड़े जा सकें। गौरतलब है कि करीब 20 साल पहले भी खालिस्तानी आतंकी गंगोह के खादर में ही आकर छिपते थे। शरण देने से इंकार करने पर तब आतंकियों ने सिख दंपती की नृशंस हत्या भी कर दी थी। डीआइजी ने बताया कि पेंदा को दबोचने वाले सिपाही दीपांशु त्यागी, शहजाद अली व रामपाल सिंह यादव को पंजाब सरकार द्वारा घोषित लाखों रुपये का पुरस्कार दिलाने के लिए वे पंजाब सरकार से बात करेंगे।
अंग्रेज सिंह के रिश्तेदारों से पूछताछ
पंजाब की नाभा जेल से फरार आतंकियों के तार बिजनौर से जुड़ते नजर आ रहे हैं। एक संदिग्ध के कई रिश्तेदारों से पुलिस व आइबी ने नूरपुर थाने में पूछताछ की है। जांच एजेंसियां इनके जिले में शरण लेने की आशंका जता रही हैं। सूत्रों के अनुसार, नाभा जेल ब्रेक कांड में अमरोहा के गांव आदमपुर निवासी अंग्रेज ङ्क्षसह को संदिग्ध माना जा रहा है। अंग्रेज सिंह को पुलिस तलाश रही है। अंग्रेज सिंह आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में नाभा जेल में रहा और्र 2015 में रिहा हुआ था। जांच एजेंसियों के इनपुट के बाद पुलिस ने बिजनौर के नहटौर थाना के गांव सिजोली से अंग्रेज सिंह के कुछ लोगों को उठाया है। इनसे नूरपुर थाने में पूछताछ की जा रही है। इनकी कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है। किरतपुर क्षेत्र के एक व्यक्ति से भी पूछताछ की गई है। वह भी किसी मामले में पंजाब जेल में रहा है।