खुफिया एजेंसियों के निशाने पर 40 से अधिक सोशल मीडिया अकाउंट, पाकिस्तान व बांग्लादेश से जुड़े फेसबुक अकाउंट की हो रही निगरानी
अमरोहा देश में अलकायदा के नए नेटवर्क का पर्दाफाश होने के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश एक बार फिर खुफिया एजेंसियों के निशाने पर है। खुफिया एजेंसियां विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मो के अकाउंट पर नजर रख रही हैं। मुरादाबाद मंडल से 40 से अधिक सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित किया है।
आसिफ अली, अमरोहा : देश में अलकायदा के नए नेटवर्क का पर्दाफाश होने के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश एक बार फिर खुफिया एजेंसियों के निशाने पर है। खुफिया एजेंसियां विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मो के अकाउंट पर नजर रख रही हैं। मुरादाबाद मंडल के 40 से अधिक सोशल मीडिया अकाउंट को चिह्नित किया जा चुका है। इनको चलाने वाले लोग पाकिस्तान व बांग्लादेश के लोगों के संपर्क में हैं।
पश्चिमी बंगाल में अलकायदा के संदिग्ध आतंकियों के पकडे़ जाने के बाद एनआइए की टीम ने अमरोहा और बिजनौर में शनिवार को जांच-पड़ताल की थी। यहां के कुछ युवकों के सोशल मीडिया लिंक पकडे़ गए आतंकियों से होने की आशंका है। खुफिया विभाग के सूत्रों का कहना है कि विशेषज्ञ फेसबुक अकाउंट की कुंडली खंगाल रहे हैं। अभी तक अकेले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 40 से अधिक फेसबुक अकाउंट का संपर्क पाकिस्तान व बांग्लादेश के संदिग्धों से मिल चुका है। एनआइए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी), एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) व एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की टीमें सोशल मीडिया के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उन शिक्षण संस्थानों की निगरानी भी कर रही हैं, जहा विदेशी छात्र पढ़ते हैं। उनका भी डाटा जुटाया जा रहा है। इसके बाद सोशल मीडिया के माध्यम से सक्रिय स्लीपिंग मॉड्यूल को ध्वस्त करने की पूरी तैयारी है। दावा किया जा रहा है कि जल्द ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खुफिया एजेंसियां बड़ी कार्रवाई कर सकती हैं।
मोबाइल कंपनियों से भी डाटा मागा : सोशल मीडिया के साथ ही कुछ मोबाइल कंपनियों से भी डाटा जुटाया जा रहा है। पाकिस्तान व बांग्लादेश से कितने लोग मोबाइल के माध्यम से संपर्क में हैं उनका पता लगाया जा रहा है।
हाईअलर्ट में संघन चेकिंग अभियान : केरल व पश्चिमी बंगाल में पकड़े गए अलकायदा के संदिग्ध आतंकियों से मिले इनपुट के बाद यूपी में भी अलर्ट जारी किया गया है। शनिवार रात दिल्ली से लेकर लखनऊ तक हाईवे पर स्थित जिलों में चेकिंग अभियान चलाया गया। एसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि शनिवार रात 11 बजे से दो बजे तक चले इस अभियान में वाहनों को रोक कर संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई है। हालांकि इसमें कोई पकड़ा नहीं गया।
सेंट्रल साइबर लैब दिल्ली के प्रभारी देवेंद्र कुटियाल ने बताया कि इंवेस्टीगेशन के दौरान सोशल साइट पर कुछ आपत्तिजनक जानकारी मिली हैं, जिनकी जाच की जा रही है। देशहित से जुड़ा मामला होने की वजह से जानकारी लीक नहीं की जा रही है। जाच के बाद जल्द ही स्थिति स्पष्ट की जाएगी।