नशे में उपचार करने पर हंगामा, तोड़फोड़
शराब के नशे में धुत्त एक बंगाली चिकित्सक द्वारा मरीज को गलत इंजेक्शन लगाने पर उसकी हालत बिगड़ गई। इससे क्षुब्ध परिजनों ने चिकित्सक के साथ हाथापाई करते हुए क्लीनिक पर तोड़फोड़ करने का प्रयास किया।
गजरौला : शराब के नशे में बंगाली चिकित्सक पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए रोगी के परिजनों ने हंगामा किया। हाथापाई करने के साथ क्लीनिक की एक बैंच को सड़क पर फेंक दी। तोड़फोड़ करने का भी प्रयास किया। मौके पर जुटी भीड़ ने परिजनों को समझाकर किसी तरह शांत किया। इस मामले में किसी पक्ष के द्वारा लिखित शिकायत नहीं की गई है।
गांव सलेमपुर गोसाईं निवासी भूपराम ¨सह के पुत्र उमेश ने एक सप्ताह पूर्व किसी संदिग्ध जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया था। परिजन उसे मेरठ में उपचार दिलाने के बाद घर ले आए थे। शनिवार की सुबह घर पर उसकी तबियत फिर से खराब होने पर मंडी समिति रोड स्थित शिफा हेल्थ केयर सेंटर पर ले जाया गया। यहां पर बंगाली चिकित्सक के नाम से पुकारे जाने वाले व्यक्ति ने उपचार दिया।
आरोप है कि रविवार की सुबह करीब साढ़े 11 बजे बंगाली चिकित्सक नशे की हालत में था। उसने मरीज को कोई इंजेक्शन लगाया। इससे मरीज की हालत बिगड़ गई। उसकी सांसे तेजी चलने लगीं। वहां मौजूद परिजन घबरा गए। उन्होंने इसी को मुददा बनाकर हंगामा शुरू कर दिया। चिकित्सक पर नशे में उपचार करने का आरोप लगाते हुए हाथापाई कर डाली।
हंगामा मचते ही भीड़ जुट गई। तीमारदारों में शामिल युवक ने क्लीनिक पर रखी लकड़ी की बैंच सड़क पर फेंक दी। तोड़फोड़ का भी प्रयास किया। हालांकि बाद में जुटी भीड़ ने उत्तेजित परिजनों को समझाकर किसी तरह मामला शांत किया। मरीज के परिजनों ने बताया बंगाली चिकित्सक की शिकायत सीएमओ से दूरभाष पर की गई है। बाद में वह कहीं ओर उपचार दिलाने की बात कहकर मरीज को अपने साथ ले गए। उधर सीएमओ व थाना पुलिस ने इस तरह की कोई लिखित शिकायत मिलने से इन्कार किया है।