आखिरकार घूम ही गया वेव शुगर का पहिया
आखिरकार वेव शुगर मिल का पहिया घूम ही गया। यार्ड में पच्चीस हजार कुंतल गन्ना पहुंचते ही मिल चालू कर दी गई। शाम पांच बजे मिल चालू कर गन्ने की पेराई की गई। मिल प्रशासन ने देर रात तक बीस हजार कुंतल और गन्ना यार्ड तक पहुंचने का दावा करते नजर आ रहे है। स्मरणीय है कि गत 11 नवंबर को वेव शुगर मिल ने वर्ष 201
मंडी धनौरा : आखिरकार वेव शुगर मिल का पहिया घूम ही गया। यार्ड में पच्चीस हजार कुंतल गन्ना पहुंचते ही मिल चालू कर दी गई। शाम पांच बजे गन्ने की पेराई की गई। मिल प्रशासन देर रात तक बीस हजार कुंतल और गन्ना यार्ड तक पहुंचने का दावा कर रहा है।
स्मरणीय है कि 11 नवंबर को वेव शुगर मिल ने वर्ष 2018-19 के गन्ना पेराई सत्र का पूजा अर्चना संग उद्घाटन किया था। साथ ही इंडेंड जारी कर क्रय केन्द्रों पर खरीद शुरू करा दी थी। मिल की एक दिन में पेराई करने की क्षमता अस्सी हजार कुंतल है। मिल प्रशासन बीस हजार कुंतल गन्ना यार्ड तक पहुंचने पर ही मिल को चालू करने की बात कह रहा था। अब तक लगभग ढाई लाख कुंतल गन्ने का इंडेंड जारी करने का दावा किया जा रहा है। साथ ही 106 क्रय केन्द्रों पर गन्ने की खरीद कराने की बात कही जा रही है। इन सब के बीच मिल शुरू होने के तीसरे दिन आज सोमवार को यार्ड में पच्चीस हजार कुंतल गन्ने पहुंचने पर शाम पांच बजे मिल को चलाकर पेराई की गई।
मुख्य गन्ना प्रबंधक बीपी तिवारी ने बताया कि सोमवार को शाम पांच बजे क्षमता अनुसार यार्ड में गन्ना पहुंचने पर मिल चलवाकर पेराई कराई गई। देर रात तक बीस हजार कुंतल गन्ना और यार्ड में पहुंच जाएगा। मिल को बुद्धवार से विधिवत रूप से चालू कर दिया गया है। जैसे जैसे गन्ना मिलता रहेगा पेराई जारी रहेगी।