बाल गोपाल की मूर्ति व पालना बनें आकर्षण का केंद्र
बाल गोपाल के जन्मोत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। लड्डू गोपाल को सजाने के लिए राजस्थानी पोशाक की मांग है।
अमरोहा : बाल गोपाल के जन्मोत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। लड्डू गोपाल को सजाने के लिए इस बार रंग-बिरंगी मोती जड़ी राजस्थानी पोशाक की बाजार में डिमांड है। वहीं लड्डू गोपाल, राधा-कृष्ण रूपी मूर्तियां, झूले, आसन और बांसुरी आकर्षण का केंद्र बने हुए। इनकी श्रद्धालुओं ने जमकर खरीदारी की। सुबह से शाम तक बाजार में चहल-पहल रही।
जन्माष्टमी कल यानि बुधवार को जिलेभर में धूमधाम से मनाया जाएगा। श्रद्धालु इस मौके पर पूरे दिन उपवास रखकर रात में लड्डू बाल गोपाल को भोग लगाकर उपवास खोलते हैं। दुकानदारों ने इस बार भी लड्डू बाल गोपाल, राधा-कृष्ण की मूर्ति, बांसुरी, तरह-तरह के पालने, मुकुट, मोर पंखी और कान्हा की रंग बिरंगी पोशाक का स्टाक सजा रखा है, जो श्रद्धालुओं को खूब भा रही हैं।
विभिन्न रंगों में बनी राजस्थानी पोशाक को मोती व सितारों से सजाया। वहीं दूसरी तरफ भगवान कृष्ण की पगड़ी और मुकुट अबकी बार आकर्षक डिजाइन वाली आई हैं। बड़ा बाजार के अशोक कुमार ने बताया लड्डू बाल गोपाल मूर्ति सबसे अधिक बिक रही है। जिसकी कीमत बाजार में 100 रुपये से 200 रुपये तक है। बाजार में सुबह से शाम तक श्रद्धालुओं ने जमकर खरीदारी की। वासुदेव तीर्थस्थल के पंडित विद्यानंद झा ने बताया कि जन्माष्टमी का त्योहार रोहणी नक्षत्र के अनुसार बुधवार को परंपरागत तरीके से मनाया जाएगा।
कान्हा को सजाने के लिए राजस्थानी पोशाक की मांग
अमरोहा : जन्माष्टमी पर कान्हा को सजाने के लिए वैसे तो बाजार में रंग-बिरंगी पोशाकों की भरमार है, लेकिन इस बार राजस्थानी पोशाक की डिमांड हैं। दुकानदार सीमा ने बताया वैसे तो दिल्ली से ही पोशाक खरीदी जाती है, लेकिन इस बार राजस्थानी पोशाक खूब बिक रही हैं। यह पोशाक मोती, सितारों से जड़ी हुई हैं।
ग्राहकों को भा रहे मेंटल और लकड़ी के पालने
अमरोहा : जन्माष्टमी पर बाजार में विभिन्न प्रकार के पालनों की खूब बिक्री हो रही है। बाजार में 50 से लेकर 700 रुपये तक के पालने हैं। मेंटल और लकड़ी के पालने ग्राहकों को खूब भा रहे हैं।