अधिकारों के लिए शिक्षित होना जरूरी: डॉ. हाशमी
अंतर राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर जगह-जगह कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया। साथ ही अधिकारों की रक्षा हेतु शिक्षित होने का आह्वान किया गया। साथ ही नगर में जागरूकता रैली भी निकाली गई।
अमरोहा: अंतर राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर जगह-जगह कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया। साथ ही नगर में जागरूकता रैली भी निकाली गई। मानवाधिकार दिवस पर मंगलवार को हाशमी गर्ल्स डिग्री कालेज में सेमीनार का आयोजन किया गया। कालेज प्रबंधक डॉ.सिराजुद्दीन हाशमी ने कहा कि शिक्षा के द्वारा व्यक्ति अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक होता है। दुनिया का सबसे बड़ा मजहब इंसानियत है। प्रत्येक इंसान को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना चाहिए। प्राचार्या डॉ. नौशाबा परवीन ने कहा कि आज समाज और परिवार में महिलाओं के प्रति अत्याचार बढ़ गए हैं। अत: महिलाओं को न केवल अपने विरूद्ध होने वाले अत्याचारों का विरोध करना चाहिए बल्कि अपने अधिकारों के प्रति भी जागरूक होना होगा। वहाब आलम खान, हाजी इकरार अंसारी, डॉ.संत कुमार मिश्र, रुखसार, आसमा, फौजिया खान, निधि चौहान, शहनाज, नजराना ने अपने विचार रखे। हाशमी लॉ कालेज में प्राचार्य डॉ.राना परवीन ने मानव अधिकारों के प्रति लोगों को जागरूक किया। यहां डॉ.नूर अली अंसारी, डॉ.रिपु दमन प्रताप सिंह, प्रो.शहनाज अख्तर, इफ्तिखार अली, शहजाद सिद्दीकी, डॉ.नूतन गुप्ता, डॉ.शैला, नासिर हनीफ मौजूद थे। उधर मानव अधिकार दिवस पर अजमत सोशल वेलफैयर सोसाइटी के कार्यालय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। प्रबंधक प्रबंधक जावेद आलम ने कहा कि लोगों को उनके अधिकारों के बारे में बताने और जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 10 दिसंबर को पूरी दुनिया में मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है। बाद में छात्र-छात्राओं द्वारा जागरुकता रैली निकाली गई। शहनाज, सानिया, मौलाना अकरम, अदनान, आरिफ, मंयक चौहान, नसीम अहमद, जमशेद, दीपक शर्मा, मशहूद मौजूद थे। श्रीराम इंटर कालेज में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। प्रियंका आजाद, प्रगति रघुवंशी, ईशा चौधरी, लोकमान सिंह, अवनीश कुमार गुप्ता, कृष्ण अवतार सिंह, वंश गुप्ता, प्रवीण कुमार, विशनपाल सिंह मौजूद रहे। कैलसा रोड पर अंतर राष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा संगठन के तत्वावधान में भी गोष्ठी का आयोजन किया गया। कामरान उद्दीन, मोहम्मद सलीम, सुरजीत सिंह, अहसान अली, मुनेश कुमार, डॉ. जबर सिंह ने भी विचार व्यक्त किए।