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20 करोड़ खर्च के बाद भी बदहाल ब्रजघाट गंगा का पुराना पुल

20 करोड़ रुपये खर्च होने के बाद भी ब्रजघाट गंगा के पुराने पुल की सड़क बदहाल पड़ी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Nov 2019 11:37 PM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 06:08 AM (IST)
20 करोड़ खर्च के बाद भी बदहाल ब्रजघाट गंगा का पुराना पुल
20 करोड़ खर्च के बाद भी बदहाल ब्रजघाट गंगा का पुराना पुल

गजरौला : 20 करोड़ रुपये खर्च होने के बाद भी ब्रजघाट गंगा के पुराने पुल की सड़क बदहाल पड़ी है। सड़क जगह-जगह उधड़ जाने के कारण उसमें गड्ढे हो रहे हैं, जिस कारण मुरादाबाद से दिल्ली जाने वाले वाहनों की एकाएक ब्रजघाट गंगा पुल पर पहुंचकर गति थम जाती है। उन्हें धीमी गति से पुल पार करना पड़ता है। तेज रफ्तार से वाहन चलाने पर यहां हादसे का अंदेशा बना रहता है। यह हाल तब है जब कुछ माह पहले ही मरम्मत पूरी होने पर इस पुल पर यातायात सुचारु किया गया।

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इस बदहाल सड़क का खामियाजा सबसे ज्यादा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। गड्ढों के कारण उन्हें परेशानी हो रही है। लखनऊ से दिल्ली आने जाने वाले सभी वाहन इस पुल से होकर गुजरते हैं। इस पुल की दो बार मरम्मत हो चुकी है। ब्रजघाट गंगा का पुराना पुल पिछले सात साल से बंद था। डेढ़ साल में 20 करोड़ रुपये से मरम्मत होने के बाद इसी वर्ष मार्च में इस पर ट्रैफिक चालू किया गया था। वैसे तो सप्ताह भर में पुल निर्माण की पोल खुल गई थी। पुल की सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। एक सप्ताह के संचालन के बाद पुल पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई थी। हालांकि आधा सावन खत्म होने के बाद पुल पर ट्रैफिक चालू कर दिया था। करीब डेढ़ माह बाद बारिश के दौरान पुराने पुल की सड़क एक बार फिर से उधड़ गई, जो अभी भी उधड़ी होने के कारण पुल के आधे से अधिक हिस्से में जगह-जगह गड्ढे हो रहे हैं। इससे दिल्ली जाने वाले वाहन चालकों व मुसाफिरों को खासी परेशानी से जूझना पड़ता है। गड्ढों के कारण वाहन सवारों को झटके झेलने पड़ते हैं। इस दौरान वाहनों में तकनीकी खराबी आने की आशंका के साथ बीमार लोगों की हालत भी बिगड़ने का अंदेशा बना रहता है। गुणवत्ता में कमी रही या वजह कुछ और

गजरौला : मरम्मत पूरी होने के चंद दिनों बाद ही ब्रजघाट गंगा के पुराने पुल की सड़क उधड़ जाने से आम लोग गुणवत्ता पर सवाल खड़े करने लगे। उनका आरोप था कि मरम्मत मानक के हिसाब से नहीं की गई होगी, इसलिए ही सड़क बार-बार उखड़ रही है। महीना भर भी सड़क यातायात का बोझ सहन नहीं कर सकी। हालांकि नेशनल हाईवे प्राधिकरण के अधिकारी गुणवत्ता पर उठने वाले सवालों को नकारते हुए दावा करते हैं कि इसे बेहतर तकनीक से तैयार किया था। जापान का एक केमिकल इसमें प्रयोग किया था, लेकिन वह यहां की सड़क में मजबूती नहीं दे पाया, इसको लेकर सभी हैरान है। मंथन चल रहा है। तीन सदस्यीय टीम कर चुकी है दौरा

गजरौला : नेशनल हाईवे का यह ब्रजघाट गंगा का पुल सीधे लखनऊ व दिल्ली को जोड़ने का काम करता है। पिछले दिनों जब मरम्मत के कुछ समय बाद ही जब सड़क जवाब दे गई थी, तब जिला अधिकारी व पुलिस अधीक्षक के स्तर से भी रिपोर्ट ऊपर भेजी गई थी। चूंकि पुराने पुल की खराबी से हर समय हादसे का अंदेशा बना रहता है। लिहाजा नेशनल हाईवे प्राधिकरण मुरादाबाद के अधिकारियों ने अपने ऊपर के तकनीकी अधिकारियों को अवगत कराया। नेशनल हाईवे प्राधिकरण मुरादाबाद के परियोजना निदेशक विनय कुमार ने बताया कि कुछ समय पहले तीन सदस्यीय टीम यहां का दौरा कर चुकी है। उसकी रिपोर्ट आनी बाकी है। रिसर्च सेंटर की उच्च स्तरीय टीम की रिपोर्ट आने के बाद ही अब इस पुराने पुल की सड़क के बारे में कुछ किया जाएगा।


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