पीएम में शरीर पर मिले चोटों के निशान
अमरोहा: सैदपुर इम्मा में हुई युवक की मौत के मामले में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने मृतक क
अमरोहा: सैदपुर इम्मा में हुई युवक की मौत के मामले में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने मृतक को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया है। इस दौरान गांव में पुलिस बल तैनात रहा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक के शरीर पर चोटों के निशान की पुष्टि हुई है। परंतु यह साबित नहीं हो सका कि यह निशान पिटाई के हैं या हादसे के। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई है।
सोमवार को नौगावां सादात थाना क्षेत्र के गांव सैदपुर इम्मा के जंगल में रहने वाले युवक हाशिम की मौत हो गई थी। ग्रामीणों व परिजनों का आरोप था कि हाशिम ट्रैक्टर-ट्राली में गन्ना लेने जंगल जा रहा था। रास्ते में दारोगा गजेंद्र शर्मा व सिपाही सतीश ने उसे रोक लिया तथा अवैध खनन करने का आरोप लगाते हुए मारपीट शुरू कर दी थी। मारपीट के दौरान ही उसकी मौत हो गई। आरोप था कि दारोगा व सिपाही ने अपनी कार से उसे कुचला भी था।
इस घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने शव धनौरा रोड पर रख कर जाम लगा दिया था। ग्रामीणों का आरोप था कि सिपाही व दारोगा की पिटाई से ही हाशिम की मौत हुई है। मामला तनावपूर्ण होता देख एसपी सुधीर कुमार ¨सह जिलेभर की फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने आरोपित दारोगा व सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने व उन्हें सस्पेंड करने के साथ ही मूंढाखेड़ा चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर करने का आश्वासन देकर मामला शांत कराया था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था।
मंगलवार सुबह शव का पोस्टमार्टम कराया गया। डॉ. विजयपाल ¨सह व डॉ. विशाल कुमार ने हाशिम के शव का पोस्टमार्टम किया। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक मृतक के शरीर पर चोट के निशान तो मिले हैं, लेकिन वह पिटाई के हैं इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। अलबत्ता सीना व पेट के साथ ही सिर में भी चोट लगने की पुष्टि हुई है। पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार दोपहर परिजनों ने मृतक को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया है। इस दौरान गांव में पुलिस बल तैनात रहा है। दूसरे दिन भी मूंढाखेड़ा चौकी पर प्रभारी की तैनाती नहीं की गई है। केवल थाने में तैनात सिपाहियों को चौकी पर भेज कर वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। प्रभारी निरीक्षक आरपी ¨सह ने बताया कि जल्दी ही स्टाफ की तैनाती की जाएगी।
ऐसे तो बुलंद होंगे खनन माफिया के हौसले
अमरोहा: गांव सैदपुर इम्मा में सोमवार को हुई घटना के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराए जाने के मामले में अब पुलिस के समर्थन में क्षेत्र के लोग उतर आए हैं। मंगलवार को क्षेत्र के दर्जनभर गांव के लोगों ने जिलाधिकारी को पत्र भेजा है। उनका कहना है कि आरोपित दारोगा व सिपाही अपनी कार से बहादुरपुर खुर्द गांव जा रहे थे। दोनों कार से उतरे भी नहीं हैं। उन्हें देख कर खनन करने वाले ट्रैक्टर-ट्रालीलेकर भाग रहे थे। मृतक हाशिम भी टैक्टर पर सवार था। भागते समय वह गिर गया तथा ट्रैक्टर-ट्राली के नीचे आ गया। पुलिस को फंसाया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि इस प्रकार से खनन माफिया के हौसले बुलंद होंगे। लिहाजा इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की जानी चाहिए। ज्ञापन देने वालों में हरचरन ¨सह, कुलदीप ¨सह, सुमित कुमार, वीरेंद्र ¨सह, मलखान ¨सह, पीतम ¨सह, देवेंद्र ¨सह, केशव ¨सह, सुरेंद्र शर्मा, सुधीर कुमार त्यागी, कौशल ¨सह, हरवेंद्र ¨सह, अनुज कुमार, मोहित कुमार, सुरेश, रवीश, समरपाल ¨सह, वीर ¨सह आदि शामिल थे।