वायरल का प्रकोप बढ़ा, सीएचसी में मरीजों की भीड़
बरसात के बाद धूप निकलने का सिलसिला नहीं थम रहा है। जिससे वेक्टर जनित संक्रमित बीमारियां लोगों को चपेट में ले रही है। बदलते मौसम में वायर फीवर लोगों को अपने आगोश में जकड़ता जा रहा है। रोजाना सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। सोमवार को मरीजों की भीड़ इतनी अधिक थी की सीएचसी में पैर रखने को भी स्थान नहीं बचा। इसमें 1100 नए मरीज पहुंचे। मरीजों की भीड़ को देखकर सीएचसी स्टाफ के हाथ पैर फूल गए।
गजरौला : बरसात के बाद धूप निकलने से संक्रमित बीमारियां लोगों को चपेट में ले रही हैं। बदलते मौसम में वायरल फीवर का प्रकोप शुरू हो गया है। रोजाना स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। मरीजों की भीड़ इतनी थी कि सीएचसी में पैर रखने को भी स्थान नहीं बचा। इनमें 1100 नए मरीज पहुंचे।
सरकारी अस्पतालों में मलेरिया, टाइफायड, पीलिया और वायरल फीवर के मरीजों की खासी भीड़ आ रही है। बरसात के बाद धूप निकलने से हवा में संक्रमण का मिश्रण घुल जाता है। इस वजह से मरीजों की संख्या बढ़ रही है। गजरौला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ओपोडी पांच सौ मरीजों की रहती है। आज रिकार्डतोड़ मरीज सीएचसी में पहुंचे। पंद्रह सौ से अधिक मरीजों में 1100 मरीज नए पहुंचे। इसमें वायरल फीवर व टायफाइड, मलेरिया के मरीजों की तादाद अधिक रही।
डा.श्योराज ¨सह के अनुसार मौसम में नमी और जगह-जगह जलभराव के कारण मलेरिया और दूषित जलापूर्ति के चलते टायफायड के मरीज की संख्या में इजाफा हो रहा है। पीएचसी से लेकर सीएचसी के अस्पतालों का यही हाल है। पिछले एक पखवाड़ा में यहां आधा सैकड़ा से ज्यादा मरीजों में टायफायड की पुष्टि हो चुकी है। बताया कि वेक्टर जनित बीमारियों के लिए यह मौसम काफी संवेदनशील होता है। ओपीडी में मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ रही है।