अपने बुने जाल में फंसे बीडीओ अब कराएंगे एफआइआर
अमरोहा: हसनपुर ब्लॉक कार्यालय से करनपुर माफी गांव से संबंधित मनरेगा रिकार्ड गायब होने के मामले से पी
अमरोहा: हसनपुर ब्लॉक कार्यालय से करनपुर माफी गांव से संबंधित मनरेगा रिकार्ड गायब होने के मामले से पीछा छुड़ाने के लिए खंड विकास अधिकारी सतेंद्र कुमार ने जो जाल बुना था, उसमें ही वह फंस गए हैं। दोबारा प्रकरण उनके गले पड़ गया है। मुख्य विकास अधिकारी चंद्रशेखर शुक्ला ने उनको तीन दिन के भीतर एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
ग्राम पंचायत करनपुर माफी ग्राम पंचायत में शौचालय आवंटन से लेकर मनरेगा तक के कार्यों में घपला किया गया है। पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान की साठगांठ से यह खेल हुआ है। लाखों की धनराशि हड़पी गई है। जिसकी जांच जिला समाज कल्याण अधिकारी मनोज कुमार यादव कर रहे हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने बीडीओ हसनपुर से मनरेगा का रिकार्ड मांगा था। जिसके बारे में पता चला कि वह गायब है। बीडीओ ने कार्रवाई की बजाय बीडीओ ने गेंद जांच अधिकारी के पाले में गेंद फेंक दी थी। मामला संज्ञान में आने पर डीएम उमेश मिश्र ने प्रकरण को गंभीर माना और सीडीओ को रिकार्ड के कस्टोडियन के खिलाफ एफआइआर कराने के निर्देश दिए।
खंड विकास अधिकारी से तीन दिन के भीतर रिकार्ड उपलब्ध कराने और न कराने पर संबंधित कस्टोडियन के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के लिए कहा गया है। सरकारी रिकार्ड को दफ्तर से गायब करना गंभीर अपराध है।
चंद्रशेखर शुक्ला, सीडीओ।