डॉ आंबेडकर जयंती कार्यक्रम में आने के इच्छुक थे अटल
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने एक बार भारतीय संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर जयंती कार्यक्रम में भी आने की इच्छा जताई थी। हालांकि बाद में वह आ नहीं सके थे। यह बात करीब 43-44 साल पहले की है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुडे सुभाष चंद्र शर्मा करीब 67 वर्ष के हैं। गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद निधन होने पर श्री शर्मा को भी धक्का लगा।
गजरौला : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने एक बार भारतीय संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर जयंती कार्यक्रम में भी आने की इच्छा जताई थी। हालांकि बाद में वह आ नहीं सके थे। यह बात करीब 43-44 साल पहले की है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुडे सुभाष चंद्र शर्मा करीब 67 वर्ष के हैं। गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद निधन होने पर श्री शर्मा को भी धक्का लगा। ऐसे में उन्हें श्री बाजपेयी से जुडी 43-44 साल पुरानी कुछ बातें भी याद आ गई। हालांकि गुरुवार को श्री शर्मा महाराष्ट्र में थे लेकिन अतीत की इन बातों को उन्होंने दूरभाष पर दैनिक जागरण से साझा किया। बोले अटल जी बेहद अच्छे स्वभाव के थे। उनकी कविताओं व विचारों और संबोधन का लोहा हर किसी ने माना है। उनकी इन विशेषताओं का कोई तोड़ नहीं है। संघ से जुडे सुभाष चंद्र शर्मा ने बताया कि 1974 के आसपास वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तहसील अध्यक्ष हुआ करते थे। अमरोहा में डॉ आंबेडकर जयंती पर कार्यक्रम की तैयारी चल रही थी।
अमरोहा निवासी चरन ¨सह उस दौरान डॉ आंबेडकर जयंती आयोजन में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे। उन्होंने इस कार्यक्रम में अटल जी को बुलाने का मन बनाया। इसके लिए दोनों दिल्ली भाजपा कार्यालय जा पहुंचे थे। उस समय भाजपा का नाम जनसंघ था। दिल्ली कार्यालय में अटल जी से मुलाकात हुई थी। जैसा उनके बारे में सुना था, उससे ज्यादा व्यवहारिक पाया। इस दौरान उन्हें अमरोहा में डॉ आंबेडकर जयंती कार्यक्रम में आने का निमंत्रण दिया तो सहज ही स्वीकार कर लिया था। खुद आने अथवा उस समय पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के तौर पर काम देखने वाले सिकंदर बख्श को भेजने की बात कही थी। हालांकि व्यस्तता के कारण दोनों में से कोई आ नहीं सके थे। श्री शर्मा ने बताया कि उनकी यह मुलाकात पाच मिनट से भी कम की थी, लेकिन सहज ढंग से हुई उनकी वो बातचीत आज भी उन्हें सही ढंग से याद है।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक
गजरौला: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन से औद्योगिक नगरी में शोक की लहर दौड गई। भाजपाइयों ने शोक सभा पूर्व प्रधानमंत्री को शोक श्रद्धांजलि दी।मंगलवार की शाम पूर्व प्रधानमंत्री एवं कवि अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की सूचना मिलते ही भाजपाइयों में शोक छा गया। एमडीए कालोनी में विधायक आवास पर जुटे कार्यकर्ताओं ने शोक सभा का आयोजन किया। यहां विधायक राजीव तरारा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के निधन से देश एवं पार्टी का अपूर्णनीय क्षति हुई है। जिसकी भरपाई संभव नहीं है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री के कार्यकाल एवं पार्टी हित में किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए उनके व्यक्तित्व को सराहा। इस दौरान दो मिनट का मौन रख भाजपाइयों ने पूर्व प्रधानमंत्री की दिवगंत आत्मा की शांति को ईश्वर से प्रार्थना की।इधर भाजपा नेता एवं पूर्व सांसद देवेंद्र नागपाल के आवास पर जुटे भाजपाइयों ने पूर्व प्रधानमंत्री की मौत पर शोक जताया। भाजपाइयों ने पूर्व प्रधानमंत्री के कार्यकाल को सराहते हुए देश हित में किए गए कार्यों का बखान करते हुए शोक श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सुरेंद्र स्टेट, चंद्रमोहन ¨सह, एलसी गहलौत, शशिकांत शर्मा, र¨वद्र ¨सह, नासिर हुसैन, ब्रहम ¨सह, लक्ष्मण ¨सह, आशुतोष शर्मा, रवि चौधीर, अमित आदि मौजूद रहे।