टिड्डियों से बचाव को खेतों में बजेंगे ढोल-नगाड़े, डीजे
टिड्डियों के हमले रोकने के लिए खेतों डीजे बजाए जाएंगे। कृषि विभाग ने डीजे संचालकों की तलाश शुरू कर दी है।
अमरोहा : अब डीजे और ढोल खेतों में बजेंगे। पाकिस्तानी टिड्डियों के आक्रमण को नेस्तानाबूद करने के लिए जिले के अफसरों ने इनको शस्त्र के तौर पर इस्तेमाल करने का फैसला लिया है। जिलेभर में डीजे संचालकों का आंकड़ा जुटाना शुरू कर दिया है। इसके अतिरिक्त पावर स्प्रे व पानी के टैंक आदि का बंदोबस्त किया जा रहा है।
राजस्थान के जरिए टिड्डियों का दल आगरा जिले की सीमा में दस्तक दे चुका है। इसका पता चलते ही कृषि विभाग ने जिले के किसानों को अलर्ट किया है और टिडिडयों का दल दिखते ही सूचित करने की अपील की है। साथ ही न्याय पंचायत वार कर्मियों की ड्यूटी लगाकर आपदा राहत दल भी गठित कर दिया है। अब विभागीय अफसर शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में डीजे संचालकों का ब्योरा जुटा रहे हैं। ढोल नगाड़े बजाने वालों की सूची तैयार कर रहे हैं ताकि, टिड्डी दल के जनपद में घुसते ही उनको तत्काल बुलाया जा सके।
अधिकारियों की मानें तो डीजे व ढोल बजाने से टिड्डियों का हमला रुक जाता है। फसल में घुसने की बजाय आगे बढ़ जाता है। दल के हमले की आशंका को देखते हुए अफसरों ने जनपद की 450 पेस्टीसाइड की दुकानों पर भी क्लोरपीरिफॉस कीटनाशक पर्याप्त मात्रा में रखने के निर्देश दिए हैं। टिड्डियों के दल की रोकथाम को डीजे संचालकों व ढोल-नगाड़ा बजाने वालों की सूची बनाई जा रही है। पावर स्प्रे, फायर ब्रिगेड की गाड़ियों व नगर पालिका व नगर पंचायतों से पानी के टैंकों की जानकारी मांगी गई है। हमले को रोकने के लिए जिले में किए गए इंतजामों व संसाधनों पर चर्चा के लिए जिलाधिकारी ने शनिवार की शाम पांच बजे कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक बुलाई है।
राजीव कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी।