बाली वध का मंचन देख भावविभोर हुए श्रद्धालु
हसनपुर श्री शिव महामंडल रामलीला समिति के तत्वावधान में आयोजित रामलीला में सुदामा- कृष्ण की मित्रता का वर्णन किया गया।
हसनपुर : श्री शिव महामंडल रामलीला समिति के तत्वावधान में आयोजित रामलीला में मथुरा वृंदावन के कलाकारों ने एक ही तीर से बाली के वध की लीला प्रस्तुत की। इसे देखकर श्रद्धालु भगवान श्री राम के भक्ति में भाव विभोर हो गए। प्रभु श्री राम के द्वारा सबरी के झूठे बेर खाने तथा सुग्रीव श्रीराम की मित्रता, लंकिनी का वध, पंचवटी में हनुमान सीता संवाद, अक्षय का वध तथा लंका दहन की लीला का भव्य आयोजन किया गया। बड़ी तादाद में महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं ने रामलीला देखकर धर्म लाभ प्राप्त किया। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष राकेश अग्रवाल, कार्यकारी अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा उर्फ विशाल, महामंत्री पुनीत अग्रवाल, कोषाध्यक्ष गिरधारी लाल सैनी, प्रशांत शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष लोकेश अग्रवाल, राहुल सैनी, नितिन सैनी, राजीव शर्मा, दिनेश अग्रवाल, महेश शर्मा, पंडित यतींद्र शंकर गौड़, सुशील भगत जी आदि मौजूद रहे। मंच पर आरती डॉ नरेश कुमार के द्वारा की गई। भगवान श्री कृष्ण व सुदामा की मित्रता जगत में मिसाल: किशोरी
मंडी धनौरा : कथावाचक खुशी किशोरी महाराज ने कहा भगवान भाव के भूखे हैं। लोभ व माया के नहीं। भक्ति भाव के चलते ही भगवान भीलनी के झूठे बेरों को खा गए थे। उन्होंने सुदामा चरित्र का भी मंचन किया।
ग्राम कंजर बसेड़ा में श्रीमद्भागवत कथा की अमृतमयी वर्षा करते हुए कथावाचक ने कहा कि भगवान को भक्ति भाव से ही वश में किया जा सकता है। भक्त सुदामा की भक्ति इस जग में एक मिसाल है, सुदामा ने भक्ति के बल पर ही भगवान से सब कुछ पा लिया था। सुदामा खुद भूखे पेट सोते थे लेकिन भगवान को प्रेम से रोजाना भोग लगाते थे। सुदामा जब द्वारका पहुंचे तो भगवान श्री कृष्ण ने भी उनका एक मित्र की तरह स्वागत किया। कलयुग में कर्म प्रधान है, कर्म करने से ही फल की प्राप्ति होती है। इस मौके पर पंकज त्यागी, मनोज कौशिक, शिखा त्यागी, प्रलभ वशिष्ठ, प्रदीप, जितेंद्र, दिनेश आदि मौजूद थे।