रंग लाई मुहिम, सोत नदी में दिखने लगा बारिश का पानी
दैनिक जागरण की मुहिम रंग ला रही है।
अमरोहा: दैनिक जागरण की मुहिम रंग ला रही है। सोत नदी में बारिश का पानी पहुंचने लगा है। लेकिन मंगलवार को लगातार तीसरे दिन भी नदियों की खोदाई बाधित रही। एक तो नदियों की जमीन पर अतिक्रमण कर रखा है, दूसरे बारिश की वजह से नदियों की खोदाई नहीं हो पाई। लेकिन पौधरोपण को नदियों के किनारों पर गड्ढे तैयार करने का काम किया गया। विगत 22 अप्रैल से दैनिक जागरण की ओर से नदी, तालाब एवं पोखरों को बचाने के लिए अभियान शुरू किया गया था। धीरे-धीरे इस अभियान ने जन अभियान का रूप ले लिया है। लिहाजा विलुप्त हो चुकी नदियों के पुनर्जीवन को सोत, बान व बगद नदी के साथ-साथ मतवाली नदी की खोदाई एवं सफाई कराई जा रही है। सोत नदी पर काफी काम हो चुका है। सिर्फ जोया में हाईवे के पास नदी की जमीन पर अतिक्रमण करके लोगों ने बड़े-बड़े भवन बना लिए। अतिक्रमण की वजह से यहां नदी केवल नाला बनकर रह गई है। अधिकारियों ने भी अतिक्रमण हटाने की जहमत नहीं उठाई। वहीं असगरीपुर, मीरपुर, फत्तेपुर माफी व मुजाहिदपुर में भी ग्रामीणों ने नदी की जमीन पर अतिक्रमण कर रखा है। फसलें खड़ी होने की वजह से वह खोदाई शुरू नहीं होने दे रहे। केवल नरथो गांव में ही सोत नदी की खोदाई का काम चल रहा था। यहां भी पिछले दो दिन से खोदाई का काम बंद है। लेकिन सोमवार व मंगलवार को हुई बारिश के बाद नरथो में सोत नदी में पानी दिखने लगा है। बान नदी पर भी कलामपुर, बाकीपुर, बस्तापुर, एवजाबाद, फरीदपुर इम्मा व लोदीपुर बंजारा में भी पिछले तीन दिन से खोदाई नहीं हो पाई। लगातार दो दिन बारिश हो जाने की वजह से खोदाई वाले स्थानों पर कीचड़ हो गई। कुछ स्थानों पर हल्का पानी भरा होने की वजह से काम प्रभावित हुआ है। हालांकि बान नदी पर अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी हरीश कुमार की अगुवाई में पौधरोपण को गड्ढे तैयार करने का काम किया गया। परियोजना निदेशक डीआरडीए मिथलेश कुमार तिवारी ने बताया कि वन विभाग के अधिकारियों को पौधों की डिमांड भेज दी गई है। पौधे उपलब्ध होते ही नदी व तालाबों के किनारे पौधरोपण करा दिया जाएगा।