सीलिग की जमीन पर गरजा बुलडोजर, हंगामे के बीच कब्जामुक्त
गजरौला चौतरफा दबाव व बदनामी होती देखकर नगर पालिका सीलिग की भूमि से कब्जा हटा ही दिया।
गजरौला : चौतरफा दबाव व बदनामी होती देखकर नगर पालिका परिषद को सीलिग की भूमि पर चल रही अवैध प्लाटिग को ध्वस्त करना ही पड़ गया। हालांकि शुक्रवार को इस कार्रवाई के दौरान पालिका को खासे विरोध का भी सामना करना पड़ा। खरीदार महिलाओं ने सामने आकर खरी-खोटी सुनाते हुए हंगामा किया। महिला पुलिस के अभाव में सफाई कर्मचारी महिलाओं ने उन्हें रोकने को मोर्चा संभाला तो खासी देर तक धक्का-मुक्की व हाथापाई हुई। पालिका कर्मचारियों ने हस्तक्षेप करते हुए मामले को शांत किया। वहीं विरोध के बीच ध्वस्तीकरण की कार्रवाई जारी रखते हुए एक सभासद के कब्जे वाली सीलिग की भूमि समेत अधिकांश हिस्से को कब्जा मुक्त करा लिया। इससे घंटों अफरातफरी और हंगामे का माहौल बना रहा।
सीलिग की गाटा संख्या 111 की 22 बीघा भूमि नगर पालिका कार्यालय से महज दो सौ मीटर के फासले पर पीछे वाली साइड में है। सालों से यहां अवैध प्लाटिग चल रही थी, लेकिन पालिका आंखें मूंदे बैठी रही। हाल में डीएम उमेश मिश्रा के कार्रवाई के आदेश पर जब यह मामला मीडिया में उछला तो तहसील व पालिका प्रशासन हरकत में आए। चौतरफा दबाव को देखते हुए पालिका को कब्जा हटाने के लिए बुलडोजर चलवाने का निर्णय लेना पड़ा।
शुक्रवार को दोपहर तीन बजे पालिका का अमला बुलडोजर के साथ मौके पर पहुंच गया। कस्बा इंचार्ज रजनीश कुमार भी कुछ पुलिस कर्मियों के साथ पहुंच गए। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की भनक लगते ही खरीदारों के परिवार की महिलाओं की भी भीड़ जुट गई। पालिका ने यह कार्रवाई पैमाइश के दौरान लगाए गए निशान से शुरू करनी चाही। वार्ड सदस्य कलुआ ठेकेदार के कब्जे वाली दीवार हटवाने पर उन्होंने स्वयं हटवाने की बात कही, लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद अवैध प्लाटिग की बाउंड्री पर ध्वस्तीकरण को बुलडोजर चलना शुरू हो गया। कार्रवाई के विरोध में खरीदार महिलाएं आ गईं। हंगामा करते हुए उन्होंने कार्रवाई रोकने की कोशिश शुरू कर दी। पुलिस मूक दर्शक बनी रही। पालिका की तरफ से महिला सफाई कर्मचारियों ने मोर्चा संभाला तो हंगामे के बीच काफी देर तक धक्का मुक्की व हाथापाई तक हो गई। इसके चलते काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। इस बीच पालिका के अन्य कर्मचारियों ने महिलाओं को पीछे कर मामला शांत किया। वहीं ध्वस्तीकरण की कार्रवाई जारी रखते हुए देर शाम तक चिह्नित भूमि से अवैध कब्जा हटवाने का दावा किया गया।