मौत होने तक लाठी व पत्थर बरसाते रहे हमलावर
जोया डिडौली के गांव पांयती कलां में मकसूद की हत्या निर्मम तरीके से की गई है।
जोया: डिडौली के गांव पांयती कलां में मकसूद की हत्या निर्मम तरीके से की गई है। हमलावरों ने उसे अकेला घेर लिया। जब तक उसकी सांस थम न गई तब तक वह लाठी व पत्थर बरसाते रहे।
गुरुवार रात गांव पांयती कलां में हुई घटना अचानक हुई। दुकान पर शुरू हुआ विवाद पहले तो थम गया परंतु बाद में दुकानदार पक्ष के मौलाना आसिफ ने गाली-गलौज शुरू कर दी। इस पर दोनों पक्षों के लोग आमने सामने आ गए। बताते हैं कि यहां आरिफ पक्ष के लोगों ने मकसूद को घेर लिया। उस पर उस समय तक हमला करते रहे जब तक उसकी मौत न हो गई। बाद में स्वजन मकसूद को लेकर अस्पताल भी पहुंचे, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। मकसूद पेशे से मजदूर था। पांच भाइयों में दूसरे नंबर के मकसूद के परिवार में पत्नी रौशन जहां व तीन बेटे तथा तीन बेटी हैं। उनका रो-रोकर बुरा हाल है। स्वजन बदहवास हो रहे हैं। रिश्तेदार व ग्रामीण उन्हें सांत्वना देते रहे। 10 रुपये ने कराया विवाद
जोया : बताते हैं कि विवाद के पीछे 10 रुपये वजह बने। ग्रामीणों के मुताबिक दुकानदार आरिफ के दस रूपये मकसूद पर उधार थे। तीन दिन पहले लिए सामान में रह गए थे। रात भी आरिफ ने तकादा किया था। मकसूद ने सुबह पैसे देने के लिए कहा। तुरंत को लेकर विवाद हो गया। नतीजा मकसूद की मौत के रूप में सामने आया। गांव में फोर्स तैनात
जोया: गुरुवार रात हत्या के बाद गांव में एएसपी अजय प्रताप सिंह व सीओ सदर विजय कुमार राना पुलिस बल के साथ पहुंच गए थे। हालात देखते हुए रात ही गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। शुक्रवार को भी पुलिस की मौजूदगी में दफीना कराया गया। सीओ ने बताया कि गांव में सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल तैनात है। आरोपित घरों से फरार
जोया: मारपीट व पथराव में मकसूद की मौत के बाद आरोपित पक्ष के लोग घरों से फरार हो गए हैं। दरअसल जिस स्थान यानि परचून की दुकान पर विवाद शुरू हुआ था। अब वहां भी पुलिस बल तैनात है। सभी आरोपित घरों पर ताला लगाकर स्वजन संग फरार हैं। घरों में कैद हो गए लोग
जोया: मारपीट व पथराव की घटना से गांव में अफरा-तफरी मची रही। देर रात जब ग्रामीणों को जानकारी हुई की मकसूद की हत्या हो गई है तो लोग सहम गए तथा अधिकांश घरों में कैद हो गए। पुलिस के साथ केवल मृतक के स्वजन मौजूद रहे। शुक्रवार को भी गांव के लोग घटना के बारे में जानकारी देने से कतराते रहे।