संवाद सहयोगी, गजरौला (अमरोहा) : रमाबाई डिग्री कॉलेज में रैली के दौरान भारत माता की जय का नारे लगाने का विरोध करने का प्रकरण अब तूल पकड़ गया है। जिस छात्र ने नारा लगाया था। उसे अज्ञात लोगों ने पीट दिया था। इस बात पर बजरंग दल व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने पहले कॉलेज में पहुंचकर तालाबंदी की और फिर थाने के सामने एक घंटे तक जाम लगाया।

कुष्ठ रोगों के प्रति जागरूकता रैली में लगाया था नारा

एक जनवरी को जिला प्रशासन के माध्यम से कुष्ठ रोगों के प्रति जागरूकता रैली निकालने का आदेश आया था। इसके तहत छात्र-छात्राओं ने रैली निकाली थी। रैली में शामिल छात्र विशाल शर्मा ने कुष्ठ रोग से संबंधित नारे के अलावा भारत माता की जय का नारा लगा दिया था। आरोप है कि शिक्षक के माध्यम से भारत माता के नारे को लगाने से रोक दिया था। इस बात पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया था।

शुक्रवार की रात कुछ लोगों ने नारा लगाने वाले छात्र को पीटा

इसके बाद अब शुक्रवार की रात कुछ लोगों ने नारा लगाने वाले छात्र को पीटते हुए धमकाया था। इसके बाद शनिवार की दोपहर में बजरंग दल के जिला संयोजक कुशल चौधरी व हेमंत सारस्वत के नेतृत्व में कार्यकर्ता एकत्र होकर रमाबाई डिग्री कालेज पहुंच गए। इस दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। उन्होंने कालेज परिसर में हंगामा करते हुए प्राचार्य व नारा लगाने को मना करने वाले शिक्षक पर छात्र को पिटवाने का आरोप लगाते हुए तालाबंदी कर दी। फिर उग्र कार्यकर्ता थाने के पास इंदिरा चौक पर पहुंचे और यहां पर सड़क पर बैठ गए। उन्होंने प्राचार्य व शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठाई। उधर, हंगामे की जानकारी मिलते ही पुलिस क्षेत्राधिकारी अरुण सिंह व तहसीलदार भगत सिंह मौके पर पहुंच गए। आक्रोशित लोगों को समझाकर शांत किया।

गजरौला सीओ अरुण सिंह ने दी ये जानकारी

घटना को लेकर गजरौला सीओ अरुण सिंह ने बताया कि बजरंग दल व अखिल भारती विद्यार्थी परिषद के माध्यम से शिकायती पत्र मिला है। उसे तहसीलदार के माध्यम से जिलाधिकारी को प्रेषित करवा दिया है। संबंधित विभाग के अधिकारी इस प्रकरण में जांच के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे। बाकी युवाओं को समझाकर जाम खुलवा दिया था। वहीं रमाबाई डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रईस अहमद ने कहा कि, संगठनों के कार्यकर्ताओं के माध्यम से जो आरोप लगाए जा रहे हैं। वो पूरी तरह से निराधार हैं। कॉलेज की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से यह सब किया जा रहा है।

Edited By: Nirmal Pareek