Sanskarshala 2022 के लेख पढ़कर युवाओं को संस्कार सीखने का मिल रहा बेहतर अवसर
Amroha Sanskarshala 2022 लोकप्रिय समाचार पत्र दैनिक जागरण संस्कारशाला के अंतर्गत युवाओं को बेहतर संस्कार सिखा रहा है। संस्कारशाला के लेख पढ़कर युवाओं को संस्कार सीखने का बेहतर अवसर मिल रहा है। संस्कारशाला के माध्यम से युवाओं को अच्छाई की समझ आती है।
जागरण संवाददाता, अमरोहा। Amroha Sanskarshala 2022 : लोकप्रिय समाचार पत्र दैनिक जागरण संस्कारशाला के अंतर्गत युवाओं को बेहतर संस्कार सिखा रहा है। संस्कारशाला के लेख पढ़कर युवाओं को संस्कार सीखने का बेहतर अवसर मिल रहा है। यह बात अमरोहा के हसनपुर में स्थित शिक्षा भारती इंटर कालेज रहरा के प्रधानाचार्य सत्येंद्र कुमार त्यागी ने प्रार्थना सभा के दौरान छात्र छात्राओं को दैनिक जागरण अखबार में प्रकाशित लेख को पढ़कर बताई।
संस्कारशाला युवाओं को देता है अच्छाई की समझ
उन्होंने कहा कि संस्कारशाला के माध्यम से युवाओं को अच्छाई की समझ आती है। हमें किन बातों से बचना है और किन बातों पर अमल करना है यह सब दैनिक जागरण की संस्कार शाला में पढ़ने को मिल रही हैं। इसलिए हमें सुबह कुछ समय निकाल कर दैनिक जागरण अखबार में प्रकाशित संस्कार शाला का लेख जरूर पढ़ना चाहिए।
जीवन में संस्कारों का होना बहुत जरूरी
कहा कि शिक्षा के साथ जीवन में संस्कारों का होना भी बहुत जरूरी है। संस्कार हमें किताबों में पढ़ने को नहीं मिलते बल्कि, बुजुर्गों में बैठकर तथा संस्कार शाला पढ़कर मिल सकते हैं। युवा अवस्था में हमें बुराइयों से बचने और अच्छाई की तरफ चलने की समझ का होना बहुत जरूरी है। जिनके जीवन में अच्छे संस्कार नहीं होते, उनका जीवन पढ़ने लिखने के बावजूद भी अधूरा होता है। संस्कारवान बच्चे ही पढ़ लिखकर जीवन में तरक्की करते हैं।
बुजुर्गों के सम्मान की प्रेरणा हमें संस्कार ही देते हैं
माता पिता की सेवा तथा बुजुर्गों का सम्मान करने की प्रेरणा हमें अच्छे संस्कार सीखने से मिलती है। जिनके साथ बुजुर्गों का आशीर्वाद होता है वह जीवन भर बेहतर जीवन व्यतीत करते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को समाज में व्याप्त बुराइयों से दूर रहकर अच्छाई और सच्चाई के मार्ग पर चलने का आहवान किया।