मार्ग दुर्घटना पर अंकुश लगाने के लिए पटरियों की सफाई शुरू
राष्ट्रीय राजमार्ग लखनऊ-वाराणसी पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क किनारे लगे छायादार पेड़ों की कटाई-छंटाई का कार्य एनएएचआइ ने तेजी से शुरू किया है
अमेठी: राष्ट्रीय राजमार्ग लखनऊ-वाराणसी पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क किनारे लगे छायादार पेड़ों की कटाई-छंटाई का कार्य एनएचएआइ ने तेजी से शुरू किया है। सुरक्षा की ²ष्टिकोण से सड़क की सीमा के भीतर फूलदार व छायादार पेड़ों की टहनियों की छंटनी कर उसके आसपास की साफ-सफाई की जा रही है।
अभी डेढ़ साल पहले ही राष्ट्रीय राजमार्ग लखनऊ-वाराणसी के किनारे स्थित पटरियों पर छायादार व हरियाली के लिए सैकड़ों की संख्या में पेड़ लगाए गए थे, लेकिन अब वे वाहन चालकों के लिए मुसीबत खड़ी कर रहे हैं। उनकी बढ़ी डालें सड़क तक आने से दूर तक साफ दिखाई नहीं देता है। इसके चलते राष्ट्रीय राजमार्ग की सुरक्षा टीम ने लखनऊ-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगाए गए पेड़ों की कटाई-छंटाई का कार्य तेजी से शुरू किया है। एनएचएआइ के वरिष्ठ अधिकारी एसके सिंह की मानें तो छायादार पेड़ों को यातायात सुगमता के लिए तैयार किया गया था, लेकिन पेड़ों के बढ़ने से अब आवागमन में दिक्कत हो रही है। इस लिए उनकी शाखाओं की छंटनी का कार्य किया जा रहा है। व्यापार मंडल अध्यक्ष राकेश शुक्ला, सामाजिक कार्यकर्ता अतुल सिंह, इकबाल हैदर आदि कहते हैं कि राष्ट्रीय राजमार्ग लखनऊ-वाराणसी के किनारे लगे पेड़ों की तत्काल छंटनी होनी चाहिए। ताकि लोगों को सड़क पर दूर तक आने-जाने वाले वाहन दिखाई दें। बीते तीन माह में हुई आधा दर्जन मार्ग दुर्घटनाओं में सड़क पार करते समय झाडियों से वाहनों का नहीं दिखाई देना सामने आया है। पुलिस भी मानती है कि सड़क मार्ग पर कंटीली झाड़ियां मार्ग दुर्घटनाओं को बढ़ा रही हैं।
इस बाबत एसडीएम सुनील कुमार त्रिवेदी का कहना है कि सड़क मार्ग पर झाड़ियां अवरोधक का कार्य कर रही हैं। कटाई-छंटाई से दुर्घटनाएं कम होंगी। साथ में वाहन चालकों को सहुलियत मिलेगी।