मॉडल सड़क बनाकर दूर करेंगे बदतर रोड का धब्बा
जासं, रायबरेली : शहर में सिविल लाइंस ओवरब्रिज पर चढ़ते ही ध्वस्त सड़कों से सामना होने लगत
जासं, रायबरेली : शहर में सिविल लाइंस ओवरब्रिज पर चढ़ते ही ध्वस्त सड़कों से सामना होने लगता है। इनमें भी सबसे बदतर थी, डिग्री कॉलेज से महाराणा प्रताप चौक तक जाने वाली सड़क। डीएम और सीडीओ ही नहीं, बल्कि अधिकांश वीवीआइपी भी इधर से ही आने-जाने को मजबूर रहे। डेढ़ साल तक यही दौर चला। अब जाकर इस सड़क की सुधि प्रशासन ने ले ही ली। यही नहीं, जो नगर की सबसे बदतर सड़क थी, उसे ही प्रशासन अब मॉडल सड़क बनाने जा रहा है।
विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और जिले के डीएम संजय खत्री सोमवार को शहर के दौरे पर निकले थे। उनके साथ एडीएम एफआर राजेश कुमार, आरडीए के प्रभारी सचिव एके राय, नगर पालिका परिषद के ईओ मुसीर अहमद के अलावा बिजली विभाग के अधिकारी भी थे। डीएम ने डिग्री कॉलेज चौराहे से कलेक्ट्रेट होते हुए महाराणा प्रताप चौक तक बन रही सड़क का जायजा लिया। आरडीए के सचिव को निर्देश दिए कि इस सड़क का निर्माण मॉडल सड़क के रूप में किया जाए। उन्होंने इसके लिए तत्काल योजना बनाने के लिए मातहतों को आदेश दिए। स्पष्ट कहा कि इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीसी रोड पर खर्च हो रहे हैं एक करोड़
लगभग एक किलोमीटर लंबाई वाली इस सीसी रोड को बनाने पर आरडीए करीब एक करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। सड़क पर निर्माण कार्य चल रहा है। अब तक जल निकासी का इंतजाम नहीं था। उसके लिए इस बार नाली बनवा रहा है। प्रशासन की मंसा है कि सड़क पर मार्ग प्रकाश की उचित व्यवस्था हो। सड़क के दोनों तरफ लगे बिजली के खंभों को व्यवस्थित तरीके से लगाया जाए। साफ-सफाई बेहतर बनाने के आदेश
सड़क का कार्य देखने के बाद डीएम जेल रोड, सुपर मार्केट, रतापुर चौराहा से लखनऊ-इलाहाबाद हाईवे होते हुए शहीद स्मारक पहुंचे। यहां बनवाए गए नए पार्क का जायजा लिया। इस दौरान डीएम ने अफसरों से कहा कि शहर की साफ-सफाई में और सुधार लाया जाए। प्रमुख चौराहों और मार्गो का सौंदर्यीकरण कराएं। इसके लिए आवश्यक कार्रवाई तत्काल शुरू की जाए।