बस स्टैंड परिसर में अवैध कब्जे, सड़क पर बैठ रहे यात्री
सड़क पर बैठकर बसों का इंतजार कर रहे यात्री। बस अड्डा परिसर में दुपहिया वाहन स्टैंड संचालित।
अमेठी : अवैध कब्जेदारों ने प्रशासन की नाक के नीचे स्थानीय बस स्टैंड परिसर में अतिक्रमण कर रखा है। बावजूद इसके कोई भी जिम्मेदार मुंह खोलने को तैयार नहीं है। वहीं, बस यात्रियों को सड़क पर खड़े और बैठकर बसों का इंतजार करना पड़ रहा है।
पांच दशक पूर्व कस्बे में बस स्टैंड की स्थापना हुई थी। बसों के ठहराव के लिए परिसर में इंटरलॉकिग के साथ दर्जनभर पत्थर की बेंच का निर्माण कराया गया था। हैंडपंप व प्रतीक्षालय कक्ष के साथ ही महिला यात्रियों के रुकने का अतिरिक्त कक्ष भी हैं। लेकिन, विभागीय उदासीनता के चलते बस स्टैंड पर सुविधाओं का अभाव है, जिसका खामियाजा यात्रियों को उठाना पड़ रहा है।
सामाजिक कार्यकर्ता इकबाल हैदर, अतुल सिंह, राहुल विद्यार्थी व राजू ओझा ने बताया कि बस स्टैंड पर यात्रियों को बस के इंतजार में लखनऊ-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर ही बैठना और खड़े रहना पड़ रहा है। वहीं, बस अड्डा परिसर में दुपहिया वाहन स्टैंड संचालित है। मुख्य गेट पर भी अवैध कब्जेदार काबिज हैं। बताया कि बीते माह तहसील दिवस पर जिलाधिकारी से मामले की शिकायत की गई थी। एसडीएम का अधिकार क्षेत्र होने की बात कहकर शिकायत उन्हें सौंप दी गई थी।
प्रधान संघ अध्यक्ष करुणा तिवारी, पूर्व प्रमुख अरुणा सिंह, प्रधान दिनेश मौर्य, पिकू तिवारी व अंशु तिवारी आदि ने परिवहन निगम के प्रबंधक से बस अड्डा परिसर में यात्री सुविधाएं बढ़ाने की मांग की है।
तहसीलदार श्रद्धा सिंह ने बताया कि बस अड्डा परिसर से अतिक्रमण हटाने की मुहिम जल्द शुरू की जाएगी। सड़क पर यात्रियों का बैठना कदापि सही नहीं है। परिसर में ही बैठने की व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा।