बनेंगे गो आश्रय स्थल, बेसहारा मवेशियों से मिलेगी निजात
-तिलोई क्षेत्र में अब चार से बढ़कर सात होगी पशु आश्रय स्थलों की संख्या
अमेठी,(अग्निवेश मिश्र) : अन्नदाता किसानों के लिए बड़ी समस्या बेसहारा पशु बने हुए हैं। गावों में खुले घूम रहे बेसारा पशुओं के झुंड फसलों को चंद मिनटों में चट कर देते हैं। आवारा मवेशियों से किसानों को हो रही समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए अब तक चार आश्रय स्थल संचालित किए जा रहे हैं। लेकिन, इससे सभी 58 ग्राम पंचायतों के किसानों को राहत नहीं मिल सकी। बेसहारा पशुओं के आतंक से निजात पाने के लिए अब अतिरिक्त पशु आश्रय स्थलों का निर्माण कराया जाएगा। तीन अन्य गावों में पशु आश्रय स्थल बनने से अब संख्या सात हो जाएगी। क्षेत्र के किसानों को काफी सहूलियत मिलेगी। एक करोड़ 20 लाख की लागत से बनने वाले पशु आश्रय स्थल अत्याधुनिक होंगे। इन आश्रय स्थलों पर चार पक्के शेड, एक भूसा गोदाम, कार्यालय, तीन बड़ी चरही का निर्माण कराया जाएगा। वहीं पशुओं को पेयजल की व्यवस्था के लिए सोलर पैनल बैकअप के साथ 10 हजार लीटर पानी की क्षमता वाला पीवीसी टैंक रखा जाएगा। यहा संचालित हैं आश्रय स्थल
पहले चरण में ब्लाक क्षेत्र के जैतपुर व खारा में पशु आश्रय स्थल बनाए गए थे। इसके बाद फूला और दादूपुर में भी निर्माण हुआ, लेकिन बेसहारा पशुओं की संख्या अधिक होने से ये आश्रय स्थल नाकाफी साबित हुए।
बनने वाले पशु आश्रय स्थल चार पशु आश्रय स्थलों के अलावा रस्तामऊ, सिंहपुर और लौली ग्राम पंचायतों में नए अत्याधुनिक आश्रय स्थल बनाए जाने का प्रस्ताव है। इनका निर्माण जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। विधायक ने किया भूमि पूजन
गुरुवार को विधायक मयंकेश्वर शरण सिंह ने सिंहपुर ग्राम पंचायत में एक करोड़ 20 लाख की लागत से बनने वाले पशु आश्रय स्थल का भूमिपूजन किया। उन्होंने कहा कि गो वंशीय पशुओं का संरक्षण हम सबकी जिम्मेदारी है। कहा कि लोग पशुओं को आवारा छोड़ दे रहें हैं, इससे गोवंश के जीवन को खतरा बढ़ता जा रहा है । सरकार आश्रय स्थल का निर्माण कर बेसहारा पशुओं को संरक्षित करने का प्रयास कर रही है। आमजन को भी जागरूक होना पड़ेगा। इस मौके पर अर्जुन सिंह भदौरिया, कौशलेंद्र सिंह, एसके द्विवेदी, कमलेंद्र कुमार, पवन शर्मा, राकेश कुमार त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।