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व्यापारियों ने तेज किया अतिक्रमण हटाओ अभियान

ककवा मार्ग स्थित मकानों व दुकानों पर मजदूर और अन्य मशीन लेकर लोग अपना अतिक्रमण हटा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 11:37 PM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 11:37 PM (IST)
व्यापारियों ने तेज किया अतिक्रमण हटाओ अभियान

अमेठी : शहर के ककवा मार्ग पर ओवरब्रिज निर्माण को लेकर तकरीबन ढाई सौ व्यापारी अतिक्रमण की जद में आ गए हैं। सप्ताह भर पूर्व प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाने का कार्य एसडीएम योगेंद्र सिंह व सीओ अर्पित कपूर की अगुवाई में शुरू किया गया। अभियान में दो जेसीबी से जैसे ही हटाने का कार्य शुरू हुआ। व्यापारी नाराज हो गए। विरोध के बाद प्रशासन ने अभियान रोक दिया। इसके बाद व्यापारी स्वयं से अपना अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया।

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मार्ग स्थित मकानों व दुकानों पर मजदूर और अन्य मशीन लेकर लोग अपना अतिक्रमण हटा रहे हैं। लगभग बीस फीसदी व्यापारियों ने अपना अतिक्रमण हटा लिया है। वहीं, ककवा क्रासिग के दूसरी ओर कोई अतिक्रमण नहीं होने से सेतु निगम ने ब्रिज बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। दूसरे किनारे पर सात पिलर बनाने की कार्रवाई चल रही है। छह पिलर लगभग बनकर तैयार हो गए हैं। इसी क्रम में अंतिम पिलर के निर्माण कार्य को शुरू कर दिया गया है। इसके बाद रेलवे अपना कार्य शुरू करेगा।

सेतु निगम के अधिकारियों के मुताबिक दूसरी ओर भी सात पिलर का निर्माण होगा। दुकानदारों की ओर से मार्ग पर अतिक्रमण किए जाने से पिलर की खोदाई का कार्य शुरू नहीं हुआ है। व्यापारी अनूप अग्रवाल सोनू कसौधन सहित कई व्यापारियों ने बताया कि सभी लोग अतिक्रमण हटा रहे हैं। मजदूर लगाए गए हैं। प्रशासन को समय देकर हम लोग सहयोग कर रहे हैं।

एसडीएम अमेठी योगेंद्र सिंह ने बताया कि व्यापारी अतिक्रमण हटा रहे हैं, इसके लिए बधाई। हम भी चाहते हैं। किसी का नुकसान न हो। लोग स्वयं अतिक्रमण हटा लेंगे तो क्षति काफी कम होगी। मशीन से अतिक्रमण हटाने पर नुकसान अधिक होगा। इसलिए तीन महीने से लगातार बैठक करके अपील की जा रही है।

जिलाध्यक्ष व्यापार मंडल अमेठी राजेश अग्रहरि ने बताया कि ककवा मार्ग पर ब्रिज आवश्यक है। लोग जाम के कारण परेशान रहते हैं। हमारे व्यापारी भी महत्वपूर्ण हैं। उनका उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । बारह तक कोई अभियान नहीं चलेगा। सहालग का दौर चल रहा है। कोरोना में वैसे ही लोग आर्थिक रूप से कमजोर हो गए हैं। सहालग होने के बाद भी व्यापारी प्रशासन का अतिक्रमण हटाने में पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं।


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